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रेलवे की सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर किसान को हथियारबंद अपराधियों ने मारी आठ गोली, मौके पर ही मौत

रेलवे की सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर किसान को हथियारबंद अपराधियों ने मारी आठ गोली, मौके पर ही मौत

नवगछिया... रेलवे की डेढ़ कट्ठा सरकारी जमीन के कब्जे को लेकर रविवार की रात्रि लगभग 7 के करीब आधे दर्जन हथियार बंद अपराधियों ने रंगरा थाना क्षेत्र के सधुआ निवासी किसान किशन मतवाला (55 वर्ष) को गोलियों से छलनी कर दिया। जिससे कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई। गोलियों तर्ताहट से सधुआ चापर का पूरा इलाका थर्रा उठा। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के लोग अपने घरों घरों में दुबक गए। अपराधियों ने घर पर ही चारों ओर से घेरकर मृतक पर अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दी। मृतक को सीने में तीन, पेट में दो, जांघ में एक और कमर में एक गोली मारी गई है। अपराधियों ने घटना को अंजाम उस वक्त दिया जब मृतक अपने घर पर कुर्सी पर बैठा हुआ था और बगल में उनका छोटा पुत्र गाय को दूह रहा था। अपराधियों द्वारा गोलीबारी के दौरान गाय दूह रहे मृतक के छोटे पुत्र हरिशंकर को भी एक गोली उनके बाएं हाथ को छूते हुए निकल गया है। जिसमें वह मामूली रूप से जख्मी हुए हैं। 

घटना को अंजाम देकर सभी अपराधी कटरिया रेलवे स्टेशन होते हुए दक्षिण दिशा की ओर भाग निकले। जाते-जाते अपराधियों ने परिवार के अन्य सदस्यों को धमकी दिया कि अगर पुलिस को इसकी सूचना दी तो दूसरे दिन पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दूंगा। घटना की सूचना मिलते ही रंगरा थानाध्यक्ष राजेश कुमार राम अपने दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और घटना की तहकीकात में जुटी हुई है। बाद में एसपी स्वपनाजी जी मेश्राम के निर्देश पर गोपालपुर थाना अध्यक्ष कुणाल आनंद चक्रवर्ती भी अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पर पहुंचे. बहर हाल घटनास्थल पर गोपालपुर एवं रंगरा पुलिस कैंप किए हुए हैं।

रेलवे की डेढ़ कट्टे की सरकारी जमीन को लेकर एक वर्षों से चल रहा है विवाद

मृतक के बड़े पुत्र देवेंद्र कुमार ने गांव के ही लगभग 6 लोगों पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके घर के ठीक बगल में डेढ़ कट्ठा रेलवे की सरकारी जमीन है। जिस पर वे  बरसों से सब्जी की खेती करते आ रहे हैं। पिछले 1 माह पूर्व उस पर मकई लगाया था। जिस पर गांव के ही सरोज यादव एवं अनिल यादव ने जमीन को खाली करने की धमकी दी थी। पिछले एक सप्ताह पूर्व अपने आधे दर्जन हथियारबंद अपराधियों के साथ आरोपियों ने रात्रि के 1 बजे घर पर चढ़कर धमकी दी थी कि अगर तुम जमीन को खाली नहीं करोगे तो पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दूंगा। 

साथ ही उन्होंने बताया कि एक वर्ष पूर्व भी प्रमुख द्वारा विवादित जमीन को लेकर फैसला किया गया था। पंचायत में पंचों ने मेरे पक्ष में फैसला देते हुए विवादित जमीन पर खेती करने का बात कही थी। इसके बदले में पंचों ने आरोपीयों को घर के दक्षिणी छोर पर अवस्थित रेलवे की सरकारी पड़ती जमीन पर खेती करने की सलाह दी थी। मगर इसके बावजूद भी आरोपी मानने के लिए तैयार नहीं हुए।

एक वर्ष पूर्व पिछले 26 जनवरी 19 को शराब में जहर मिलाकर मृतक के बड़े पुत्र की कर दी थी हत्या

घटना की चश्मदीद मृतक की पत्नी शांति देवी ने पुलिस को बताया कि मेरा पति घर के आंगन में ही कुर्सी लगाकर बैठा हुआ था और मेरा छोटा पुत्र गाय को दूह रहा था। इसी दौरान गांव के ही सरोज यादव, अनिल यादव, महाराणा यादव, जय जय राम यादव, रोहित यादव के अलावे अन्य तीन चार लोग हथियार से लैस होकर आ धमके  और चारों ओर से घेर कर मेरे पति के ऊपर गोलियों की बौछार कर दी। जब मैं बचाने गई तो सरोज यादव ने कहा कि इस जगह से जल्दी हट जाओ नहीं तो सभी को मौत के घाट उतार दूंगा। हत्या कर सभी अपराधी धमकी देते हुए कहा कि अगर पुलिस को इसकी सूचना दी तो कल फिर आकर पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दूंगा।

 साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 26 जनवरी को आरोपियों द्वारा उनके बड़े पुत्र को बहला-फुसलाकर सुनसान जगह पर ले जाकर शराब में जहर देकर उनकी हत्या कर दी थी। आरोपी लगातार उन्हें धमकी दे रहे थे कि अगर जमीन नहीं खाली करोगे तो तुम्हारे पुत्र की ही तरह पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दूंगा। बहर हाल घटना के बाद परिजनों के बीच दहशत का माहौल पैदा हो गया है। परीजनों का रो रो कर बुरा हाल है। पत्नी शांति देवी अपने पति के लाश पर अपना सर रखकर दहाड़ मार कर रो रही है। 

वहीं दूसरी ओर घटना को लेकर रंगरा थानाध्यक्ष राजेश कुमार राम ने बताया कि अपराधियों द्वारा जमीनी विवाद को लेकर घटना का अंजाम दिया गया है। घटना में शामिल अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


नवगछिया से अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट

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