Bhagalpur : श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में सफर कर रहे प्रवासी यात्रियों के लिए रेलवे की तरफसे भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है।लेकिन रेलवे की व्यवस्था पर प्रवासी यात्रियों की बेसब्री भारी पड़ रही है।जिन स्टेशनों पर भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है वहां इन चीजों की प्रवासियों द्वारा लूट अब आम बात हो गई है। स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचते ही प्रवासी खुद के बीच वितरण करने के लिए प्लेटफॉर्म पर रखे गए भोजन-पानी पर टूट पड़ रहे हैं। वह लूट मचा दे रहे हैं। बुधवार को ऐसा ही नजारा भागलपुर रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। धनबाद रेल मंडल के नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन (गोमो रेलवे स्टेशन)पर भी प्रवासियों द्वारा भोजन-पानी की लूट का नजारा दिखा।
पंजाब के जालंधर से बिहार के पूर्णिया जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन बुधवार को भागलपुर स्टेशन पर रुकी। ट्रेन के रुकते ही श्रमिक स्टेशन पर रखे नाश्ते और पानी की पैकेट पर टूट पड़े। नाश्ते का पैकेट और पानी लेने के लिए श्रमिक आपस में उलझ गए। प्रवासियों के बीच आपस में ही मारपीट होने लगी। तकरीबन एक घंटे बाद ट्रेन को मालदा-कटिहार के रास्ते पूर्णिया के लिए रवाना किया गया।
भागलपुर में श्रमिकों को नाश्ता और पानी देने की थी व्यवस्था
दरअसल, जालंधर से भागलपुर-मालदा-कटिहार के रास्ते पूर्णिया जाने वाली श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों को नाश्ता भागलपुर जंक्शन पर रेलवे को देना था। रेलवे ने नाश्ते की व्यवस्था भी कर रखी थी। ट्रेन के रुकने के बाद आगे की कोच से प्रवासियों को बाहर बुलाकर घेरे में खड़ा रहने को कहा गया। अभी एक कोच के प्रवासियों को नाश्ता में (नमकीन-केक-पानी) देने के बाद रेलकर्मी दूसरे कोच के प्रवासियों को नाश्ता दिया जा रहा था कि इस बीच वे लोग भी फिर से दोबारा नाश्ता लेने आ गए। दोबारा नाश्ता दिये जाने से मना करने के बाद श्रमिकों द्वारा नाश्ता और पानी की लूट मचा दी गई।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार कुछ श्रमिक ट्रेनों में भोजन के अलावा सुबह का नाश्ता भी रेलवे को देना है। इस ट्रेन में सभी प्रवासियों को रात्रि का भोजन दिया गया था। सुबह में नाश्ता भागलपुर में देना था। कोच में नाश्ता देने के बाद दूसरे कोच के प्रवासियों को नाश्ता दिया जा रहा था। इस बीच, पहले कोच वाले भी पहुंच गए और जबरन नाश्ता छीनने लगे। दूसरे कोच के प्रवासी उलझ गए। नाश्ते का पैकेट छीन लिया। लगभग सभी प्रवासियों को नाश्ता दिया गया।
भागलपुर से अंजनी की रिपोर्ट