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BIHAR NEWS : रेलवे अंडरपास नहीं होने ग्रामीणों की हो रही फजीहत, खटिया से मरीज ले जाने की मजबूरी

BIHAR NEWS : रेलवे अंडरपास नहीं होने ग्रामीणों की हो रही फजीहत, खटिया से मरीज ले जाने की मजबूरी

NAWADA : जिले के नरहट प्रखण्ड के दाईबिगहा गांव के समीप बने रेलवे लाइन में अंडरपास नही रहने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में काफी फजीहत हो रही है। दाईबिगहा वार्ड नंबर 13 के निवासियों को बरसात में रास्ता नहीं होने के चलते काफी कठिनाइयों का सामना  करना पड़ रहा है, जबकि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हिंसुआ नवादा के बीच बडैल से नरहट झिकरुआ के संपर्क पथ दाईबिगहा गांव ही होकर गया है. इसकी वजह से कई गाँव के लोग नवादा-   हिंसुआ  आने- जाने के लिए इस रास्ता का इस्तेमाल करते हैं. 

लेकिन दाईबीघा से उतर में रेलवे लाइन रहने के कारण रोड रेलवे लाइन के उस पार थोड़ा छोड़कर फिर रेलवे लाइन के दक्षिण में भी रेलवे के जमीन को छोड़कर बना है. जिससे कि गर्मी के मौसम में ग्रामीण तो किसी तरह से इस रास्ता से काम चला लेते हैं, परंतु बरसात के मौसम आते ही यह रास्ता ग्रामीणों के लिए बंद हो जाता है, और लोग बाजार से पूरी तरह से कट जाते हैं. किसानों को खाद,बीज,गैस सिलेंडर को माथा पर ढोकर लाना पड़ता है या किसी रोग बीमारी में लोग को अभी भी खटिया पर टांग कर ले जाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि अभी सिंगल लाइन है तो लोग किसी तरह लाइन के ऊपर से पार कर भी लेते हैं,पर अब जब गया किउल का दोहरीकरण हो रहा है अब तो हम लोग का पूरा रास्ता ही बंद हो जायेगा. ग्रामीणों अरुण रावत, वार्ड सदस्य संतोष रावत, गुडू लाल,रवि, रोहित, दिपेश, विक्की, मोनु, लड्डू, वासु, निखिल इत्यादि का कहना है की दाईबिगहा के सामने अंडरपास नहीं देने से यह रोड जो कई गांव के आने जाने का रास्ता है कोई काम का नहीं रहेगा. ग्रामीणो ने सरकार और रेलवे का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग किया है कि यहाँ अंडरपास या गुमटी देकर दाईबिगहा सहित आसपास के सभी गाँव के ग्रामीणों को बारहमासी संपर्क पथ की सुविधा बहाल किया जाय.

ग्रामीण सतीश सिंह ने बताया है कि रामाश्रय रावत कुछ दिन पूर्व सड़क दुर्घटना में घायल हुए थे. जिनका इलाज पावापुरी अस्पताल में चल रहा था. बाद में वहां से रेफर किया गया था. जिसके बाद फिर निजी अस्पताल में इलाज करा रहे थे. आज इलाज के बाद उन्हें अपना घर लाना था. उसी दौरान हम लोग गांव से खटिया मंगा कर उन्हें बैठा कर अपने घर पहुंचाए. हम लोगों के साथ काफी परेशानी है. किसी भी गाड़ी का आवागमन गाँव तक नहीं हो पाता है. 

नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट


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