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राजद पर गरजे गिरिराज , कहा 10 लाख रोजगार की बात चुनाव से पहले का हथकंडा, जनसँख्या नियंत्रण जरुरी

राजद पर गरजे गिरिराज , कहा 10 लाख रोजगार की बात चुनाव से पहले का हथकंडा, जनसँख्या नियंत्रण जरुरी

PATNA बिहार में भले ही मौसम का तापमान कम हो लेकिन चुनावी तापमान लगातार बढ़ते जा रहा है. राजद द्वारा दश लाख रोजगार देने की बात पर गिरिराज सिंह ने भी साधा निशाना. कहा 2000 में बिहार -झारखण्ड विभाजन के बाद बिहार की जन्संख्या 8 करोड़ से अधिक थी अब 12 करोड़ से अधिक है. औसत वृद्धि 20 लाख हर साल है. ऐसे में हर साल 10 लाख रोजगार का सपना दिखाना बैमानी है धोखा है. गिरिजर सिंह ने कहा ये सब महज चुनाव से पहले का हथकंडा है. वोट लेने की राजनीति है, बिना जनसँख्या नियंत्रण के ये संभव नही और राजद अपने मजबूरियों के कारण ही चुनाव में हैं. 

 वही दूसरी तरफ बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी भले ही जेडीयू के साथ मिलकर चुनावी मैदान में किस्मत आजमा रही हो, लेकिन अपने कोर वोटबैंक को कमजोर नहीं करना चाहती है. बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के चयन में अपने कोर वोटबैंक अगड़ी जाति पर खास फोकस किया है. बुधवार को बीजेपी ने 35 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है, जिसमें 28 फीसदी टिकट सवर्णों को दिए हैं. हालांकि, बीजेपी ने पहली लिस्ट में 62 फीसदी और दूसरी लिस्ट में 48 फीसदी टिकट सवर्ण समुदाय को दिया था. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने अपने कोटे की 110 सीटों में से 50 टिकट यानी 45 फीसदी टिकट अगड़ों को देने का काम किया है. 

बीजेपी का सवर्णों पर खास फोकस

बीजेपी ने बुधवार को तीसरी सूची जारी करते हुए 35 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है, जिसमें सबसे ज्यादा 10 सवर्ण और 10 वैश्य समुदाय के प्रत्याशी हैं. 10 सवर्ण समुदाय में 3 भूमिहार, 3 राजपूत, 3 ब्राह्मण और एक कायस्थ समुदाय से प्रत्याशी उतारा है. इसके अलावा ओबीसी समुदाय से 1 कुशवाहा, 3 यादव, 6 अति पिछड़ा और 5 सीटों पर अनुसूचित जाति के प्रत्याशी उतारे हैं. बीजेपी ने वैश्य समुदाय में जायसवालों पर खास फोकस रखा है. 

बता दें कि बीजेपी ने 29 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी, जिनमें 18 टिकट सवर्ण समुदाय को दिए थे. इसमें बीजेपी ने सात टिकट राजपूत, 6 भूमिहार और 5 ब्राह्मणों को देकर अपने कोर वोटबैंक को साधने की कवायद की है, जो कि 62 फीसदी था. इसके बाद बीजेपी ने दूसरी लिस्ट 46 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था, जिनमें 22 सीटों पर सवर्ण समुदाय के लोगों पर भरोसा जताया था. इनमें 11 राजपूत, पांच भूमिहार, चार ब्राह्मण और दो कायस्थ हैं. इसके अलावा चार वैश्य समुदाय को भी प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी का आंकड़ा 48 फीसदी होता है और अब 28 फीसदी टिकट दिए हैं. इस तरह से बीजेपी ने 110 सीटों में से 50 टिकट यानी की 45 फीसदी सीटों पर सवर्ण समुदाय के प्रत्याशी लड़ेंगे. 

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