MUMBAI : महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरीय नेता राजीव सातव (Rajeev Satav) का आज निधन हो गया। वह सिर्फ 46 साल के थे। बताया गया कि कुछ दिन पहले वह कोरोना से संक्रमित हुए थे। जिसमें बताया जा रहा है कि बीमारी से उबरने के बाद भी उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सातव के निधन पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने अपना शोक जाहिर किया है।
बताया गया कि सातव 22 अप्रैल को कोरोना से ग्रसित हुए थे। बाद में एक नया वायरल संक्रमण हो गया था और जिससे उनकी हालत गंभीर थी। हालांकि वह कोरोना से उबर गए थे, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं होने के कारण वेंटिलेटर पर रखा गया था। जिसमें रविवार को उन्होंने आखिरी सांस ली।
कांग्रेस के लिए बड़ा झटका
सातव का निधन कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बताया गया कि महाराष्ट्र की राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ थे। छात्र नेता से उन्होंने राज्यसभा तक का सफर तय किया था। राजीव सातव महाराष्ट्र से राज्य सभा के सदस्य थे। इससे पहले वो 2014 में महाराष्ट्रा के हिंगोली से लोकसभा सांसद भी रह चुके थे। वर्तमान में सातव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और गुजरात कांग्रेस के प्रभारी थे। ऐसे में उनका जाना कांग्रेस के लिए बड़ा नुकसान है। उनके निधन पर राहुल गांधी ने लिखा है कि -'मुझे अपने दोस्त राजीव सातव के खोने का बहुत दुख है। वह विशाल क्षमता वाले नेता थे जिन्होंने कांग्रेस के आदर्शों को असली रूप दिया। यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना और प्यार।'
उसी तरह प्रियंका गांधी ने लिखा है कि - राजीव सातव के रूप में हमने अपना एक प्रतिभाशाली साथी खो दिया है। दिल के साफ, ईमानदार, कांग्रेस के आदर्शों के लिए प्रतिबद्ध और भारत के लोगों के प्रति समर्पित। मेरे पास शब्द नहीं हैं, बस उनकी युवा पत्नी और बच्चों के लिए प्रार्थना है। उनके पास उसके बिना आगे बढ़ने की शक्ति हो।'