PATNA : राज्यसभा उपचुनाव के लिए सुशील कुमार मोदी अब एक मात्र उम्मीदवार बन गए हैं. उनके खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार बने श्याम नंदन प्रसाद का नामांकन रद्द हो गया है. प्रस्तावक का नाम नहीं होने की वजह से स्क्रूटनी में श्याम नंदन प्रसाद की उम्मीदवारी खारिज कर दी गई है. भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी 7 दिसंबर को राज्यसभा सांसद के तौर पर सर्टिफिकेट लेंगे.
कौन थे निर्दलीय उम्मीदवार श्याम नंदन प्रसाद
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के खिलाफ पर्चा दाखिल करनेवाले श्याम नंदन पंडारक के रहनेवाले हैं. प्रसाद के नामांकन में उनकी ओर से कोई विधायक प्रस्तावक नहीं था. जबकि नामांकन के लिए कम से कम से 10 विधायकों का प्रस्तावक होना जरूरी है. लिहाजा स्क्रूटिनी में श्याम नंदन प्रसाद के नामांकन का टिकना मुश्किल था. इसके बावजूद श्याम नंदन प्रसाद की इंट्री ने उपचुनाव को रोचक बना दिया.
महागठबंधन ने कैंडिडेट नहीं उतारा है.
राज्यसभा उपचुनाव में महागठबंधन की तरफ से किसी नेता के पर्चा दाखिल नहीं करने की स्थिति में सुशील मोदी की जीत पक्की थी. रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई इस सीट पर उपचुनाव 14 दिसंबर को होना था, लेकिन अब मतदान नहीं होगा. सुशील मोदी इस पद के लिए एकमात्र वैध उम्मीदवार हैं. उपचुनाव के लिए अधिसूचना 26 नवंबर को जारी हुई थी, 3 नवंबर को दोपहर 3 बजे तक नामांकन दाखिल करने का आखिरी समय था. आज नामांकन की जांच होगी, जिसे 5 नवंबर तक वापस लिया जा सकेगा. 6 नवंबर को रविवार होने की वजह से सुशील मोदी को 7 नवंबर को सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
पटना से अनिल कुमार की रिपोर्ट