पटना... देश में किसान आंदोलन को लेकर सरकार और दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर पर बैठे किसान आमने-सामने हैं। किसी भी सूरत में दोनों पक्ष अपने कदम पीछे करने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में इस मुद्दे पर सियासी रोटी भी खूब सेकी जा रही है। इतना ही नहीं किसानों को समर्थन देने के नाम पर कई संगठन बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं, लेकिन आंदोलन पर बैठे किसान इसे राजनीति रंग नहीं देने की बात कह कर कईयों को लौटा भी रहे हैं।
इस बीच, राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने भी सोशल मीडिया के जरिए उन संगठनों पर तंज कसा है जो इस आंदोलन का लाभ लेकर अपना निजी हित साध रहे हैं। सुशील मोदी ने एक के बात कए ट्वीट कर सोशल मीडिया पर उन संगठनों पर हमला भी बोल रहे हैं। सुशील मोदी ने सोशल मीडिया पर कुछ यूं कहा। यह कैसा किसान आंदोलन है, जिसमें टुकड़े-टुकड़े गैंग के शरजिल इमाम और कुछ शहरी नक्सलियों की रिहाई के साथ पुराने जम्मू-कश्मीर के लिए धारा -370 की बहाली जैसी अलगाववादी मांगों को हवा दी जा रही है?
यह कैसा किसान आंदोलन है, जिसमें टुकड़े-टुकड़े गैंग के शरजिल इमाम और कुछ शहरी नक्सलियों की रिहाई के साथ पुराने जम्मू-कश्मीर के लिए धारा -370 की बहाली जैसी अलगाववादी मांगों को हवा दी जा रही है?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 15, 2020
वहीं सांसद सुशील मोदी ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा है कि जिन बातों से खेती का कोई वास्ता नहीं, उन बातों के लिए दिल्ली में किसान के नाम पर आंदोलन करने वाली भीड़ नारे क्यों लगा रही है? विरोध करने के लोकतांत्रिक अधिकार न तो असीमित हैं, न इसकी ओट में किसी को भारत विरोधी एजेंडा चलाने की छूट दी जा सकती है।
जिन बातों से खेती का कोई वास्ता नहीं, उन बातों के लिए दिल्ली में किसान के नाम पर आंदोलन करने वाली भीड़ नारे क्यों लगा रही है?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 15, 2020
विरोध करने के लोकतांत्रिक अधिकार न तो असीमित हैं, न इसकी ओट में किसी को भारत विरोधी एजेंडा चलाने की छूट दी जा सकती है।