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ज्योतिषी की चेतावनी, रक्षाबंधन में इस अशुभ पहर में भाई को ना बांधें राखी

ज्योतिषी की चेतावनी, रक्षाबंधन में इस अशुभ पहर में भाई को ना बांधें राखी

 Desk: रक्षाबंधन का त्योहार सोमवार, 3 अगस्त को मनाया जाएगा. रक्षाबंधन का त्योहार इस बार बेहद खास रहने वाला है. रक्षा बंधन के अलावा इस दिन सावन पूर्णिमा, अन्न वाधन, वेद माता गायत्री जयंती, यजुर्वेद उपाकर्म, नारली पूर्णिमा, हयग्रीव जयंती, संस्कृत दिवस और सावन का पांचवां व अंतिम सोमवार भी है. आइए इसी क्रम में जानते हैं कि इस बार राखी बांधने का सबसे सही समय क्या होगा और किस वक्त राखी बांधने से बचें.

ज्योतिर्विद के मुताबिक, रक्षाबंधन पर इस बार आयुष्मान योग बन रहा है, जो भाई-बहन को लंबी उम्र देगा. बताए गए शुभ मुहूर्त पर राखी बांधने से भाई-बहन का भाग्योदय होगा. रक्षाबंधन पर सुबह 7 बजकर 19 मिनट से चंद्रमा का नक्षत्र श्रवण हो जाएगा. इसी वजह से इसी श्रावणी भी कहा गया है. सुबह 7.19 से लेकर अगले दिन 5.44 मिनट तक सर्वात्र सिद्धिकी योग भी है.

रक्षाबंधन पर एक मुहूर्त ऐसा भी है जो ना सिर्फ भाई-बहन को लंबी उम्र देगा, बल्कि उनके भाग्य को भी मजबूत बनाएगा. राखी बांधने का सर्वश्रेष्ठ शुभ मुहूर्त सुबह 9 बजकर 25 मिनट से सुबह 11 बजकर 28 मिनट तक है. शाम के वक्त जो राखी बांधना चाहते हैं, उनके लिए सर्वश्रेष्ठ समय शाम 3 बजकर 50 मिनट से शाम 5 बजकर 15 मिनट तक रहेगा. इस समय रक्षाबंधन मनाना भाई और बहन दोनों के लिए फलदायी रहेगा.

 इस बीच 4 अशुभ पहर भी रहेंगे जब आपको राखी बांधने से परहेज करना होगा. सुबह 5 बजकर 44 मिनट से सुबह 9 बजकर 25 मिनट तक भद्रा रहेगी, जिसमें राखी बांधना निषिद्ध माना जाता है. इसके बाद, सुबह 7 बजकर 25 मिनट से सुबह 9 बजकर 05 मिनट के बीच दूसरी अशुभ घड़ी होगी, जिस दौरान राखी ना बांधें. इस दौरान राहु काल रहेगा. तीसरी अशुभ घड़ी 11 बजकर 28 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 07 मिनट तक रहेगी, जब भाई को राखी बांधने से बचना होगा. इसके बाद 02 बजकर 08 मिनट से लेकर 03 बजकर 50 मिनट तक गुलिक काल रहेगा, जिसमें राखी नहीं बांधनी चाहिए.

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