PATNA : चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी राम मंदिर निर्माण का राग अलापने लगती है। उसके नेता जगह-जगह पर इसको लेकर बयानबाजी शुरू कर देते हैं। हालांकि बिहार में सहयोगी पार्टी जेडीयू ने इस मुद्दे पर साफ एलान कर दिया है कि अगर राम मंदिर निर्माण पर अध्यादेश लाया गया तो पार्टी इसका विरोध करेगी। राम मंदिर निर्माण के सिर्फ दो ही विकल्प हैं।
कोर्ट का आदेश या फिर आपसी समन्वय। इसके अलावे तीसरे विकल्प का सवाल ही नहीं है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह ने कहा कि पार्टी मंदिर निर्माण पर किसी तरह के अध्यादेश लाने के खिलाफ है। अगर बीजेपी इस तरह का अध्यादेश लाती है तो फिर जदयू इसका विरोध करेगी।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव रामचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि तीन राज्यों में बीजेपी की हार से एनडीए पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बीजेपी वहां विपक्ष में रही है। राहुल गांधी के सत्ता मे आने के दस दिनों के भीतर कर्ज माफी के एलान पर आरसीपी ने कहा कि यह संभव ही नहीं है।
अब तो तीन राज्यों में कांग्रेस सत्ता में आ गयी है। ऐसे में अगर तय सीमा में कर्ज माफी नहीं हुई तो विपक्षी पार्टियां ग्यारहवें दिन कांग्रेस से जवाब मांगेंगी। 10 दिनों में अगर कर्ज माफी नहीं हुई तो उन्हें जवाब देना होगा। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि विशेष राज्य का मुद्दा उनकी पार्टी 2011 से ही उठा रही है और आगे भी उठाएगी।