योग
गुरु बाबा रामदेव ने व्हाट्सप्प को टक्कर देने के लिए अपना एक ऐप लांच किया 'Kimbho'.
ऐप के लांच के कुछ समय बाद ही उसे प्ले
स्टोर और IOS से हटा दिया गया था. कंपनी ने ट्वीट कर
कहा कि 'Kimbho' पर भारी ट्रैफिक के चलते हम अपने सर्वर
को अपग्रेड कर रहे हैं और हम जल्दी वापस आएंगे. असुविधा के लिए खेद है. हमारे साथ
बने रहिए.

आपको
बता दे की बाबा ने सिम के बाद अब अपना ऐप भी ले आये है. लेकिन मिली जनकारी के
अनुसार यह एक मात्र कारन नहीं है. बताया जा रहा है की बाबा ने यह दावा किया था कि
यह अप्प पुरे तरह से स्वदेशी है लेकिन लोगों की नजरों में आ गया और ऐसा पाया गया
कि बाबा का यह ऐप अमेरिकी मैसेजिंग ऐप 'बोलो' का कॉपी है.
इस
खबर की जाँच एक मीडिया हाउस ने की, उन्होंने इस ऐप को प्ले स्टोर से
डाउनलोड किया तो ऐप डाउनलोड नहीं हुआ IOS में भी यही चीज़े हुई. इसके बाद उन्हें
बोलो ऐप पर रेफेर कर दिया गया जो KIMBHO के तरह ही है. इंस्टॉल होने के बाद
किम्भो से यह मैसेज मिला कि जिसमें लिखा था कि यह 'भारत का पहला मैसेजिंग ऐप' है. इसके बाद उन्होंने किम्भो ऐप की
वेबसाइट (www.kimbho.com) की जांच की जहां उन्होंने पया कि वेबसाइट को हटा लिया गया है.
हालांकि वे कैश्ड वर्जन को खोलने में कामयाब हो गए. किम्भो के ट्विटर पर पोस्ट की
गई फोटो में भी बोलो टीम का जिक्र है.
आपको
बता दें कि लॉन्च से कुछ से समय के बाद ही इस ऐप को लोगों ने जल्दी डाउनलोड किया
और घंटे भर में 50 हजार डाउनलोड हो गए. हालांकि इसके प्ले स्टोर से हट जानें पर
ट्विटर पर यूजर्स ने खूब चुटकी ली. आपको बता दे की लांच के कुछ समय बाद ही इसे तेज़ी
से डाउनलोड किया जाने लगा और करीब 50000 लोगो ने डाउनलोड कर लिया.



