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रंजीत रंजन बोली- मोदी लहर को सुपौल ने थाम लिया, अब है संविधान बचाने की बारी

रंजीत रंजन बोली- मोदी लहर को सुपौल ने थाम लिया, अब है संविधान बचाने की बारी

SUPAUL: महागठबंधन के कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत रंजन ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आज सुपौल में सघन जनसंपर्क अभियान और रोड शो किया। इस दौरान रंजीत रंजन ने जनता से सुपौल की खुशहाली और तरक्‍की के लिए हाथ छाप पर भारी संख्‍या में मतदान की अपील की। उन्‍होंने सुपौल के मतदाताओं से आग्रह करते हुए कहा कि आपने अपनी इस बहू और बेटी को हमेशा स्‍नेह‍, आशीर्वाद और सम्‍मान दिया है। बरसों से आपके उम्‍मीदों के अनुरूप सेवा करती रही हूं। आपसे आगे भी स्‍नेह, समर्थन और आशीर्वाद की आकांक्षा है। एक बार फिर वह समय आ गया है कि जब क्षेत्र - समाज के विकास, देश - समाज में सद्भाव और भाईचारे के महौल में समेकित विकास के लिए अपना सांसद चुनें, जो आपकी आवाज को मजबूती से सदन के पटल पर रख सके। मालूम हो कि सुपौल में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए 23 अप्रैल को मतदान होने हैं।

इससे पहले रंजीत रंजन ने अपने पांच साल के कार्यों का ब्‍यौरा भी जनता को दिया। उन्‍होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सुपौल लोकसभा के शंकरपुर - कुमारखंड प्रखंड में 51,84,52,826 रूपए की लागत से सड़क, पुल - पुलिया का उद्घाटन व शिलान्‍यास के साथ - साथ कई अन्‍य सड़कों का शिलान्‍यास किया। प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोस से 1,47,96,918 और मुख्‍यमंत्री चिकित्‍सा सहायता कोष से 5,19,000 रूपए मरीजों को अनुदान के रूप में दिलाया।

रंजीत रंजन ने कहा कि अपने सांसद निधी से हमें पांच सालों में 24 करोड़ रूपए की लागत से विवाह भवन, जिम, सड़क, नाले, सामुदायिक भवन, चबूतरा आदि का निर्माण कराया। सुपौल से गलगलिया तक और सरायगढ़ - निर्मली के बीच नई रेल लाइन का विस्‍तार के अलावा एनएच 106 और 107 के लिए राशि आवंटित करा कर काम शुरू करवाया। 2008 में बाढ़ से ध्‍वस्‍त सुरसर बांध के निर्माण की मांग उठाई। इसके अलावा कई ऐसे जनतिह के काम हैं, जो पहने सुपौल की जनता के बेहतरी के लिए अपने पांच सालों में किया। साथ ही कई काम और होने हैं, जो आचार संहिता के कारण रूक गए हैं।


रंजीत रंजन ने कहा कि जब 2014 के मोदी लहर को सुपौल ने थाम लिया और आपने हमारा साथ नहीं छोड़ा, तो इस बार भी आपके प्‍यार और समर्थन की जरूरत है। आज देश और संविधान को खतरा है, जिसे बचाने के लिए आप हमें पंजा निशान यानी हाथ छाप पर वोट करें और हम सुपौल की आवाज को पूरी मजबूती के साथ संसद से सड़क तक उठायेंगे और आपके भरोसे पर खड़ा उतरने की हरसंभव कोशिश करते रहेंगे।

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