Desk : भारतीय रिजर्व बैंक ने रिटेल पेमेंट्स के लिए एक नई अंब्रेला एंटिटी (NUE) का अंतिम प्रारूप जारी कर दिया है. फरवरी में केंद्रीय बैंक ने इस प्रारूप का मसौदा (Draft) जारी किया था। दिशानिर्देशों के मुताबिक, पेमेंट स्पेस में कम से कम तीन साल काम कर चुकी 300 करोड़ रुपये मूल्य वाली कोई भी निजी कंपनी विभिन्न भुगतान सेवाओं के लिए अंब्रेला एंटिटी के तौर पर आवेदन कर सकती है।
कोविड-19 महामारी (Coronavirus) के कारण डिजिटल पेमेंट्स सर्विसेस में बहुत तेजी से उछाल आया है। इससे रिटेल पेमेंट्स सेगमेंट में नई कंपनियों के लिए बड़ी संभावनाओं के दरवाजे खुल गए हैं। अब आरबीआई के रिटेल पेंट्स सेगमेंट में निजी कंपनियों को नई अंब्रेला एंटिटीज के लिए आवेदन करने को हरी झंडी मिलने के बाद ग्राहकों को जल्द ही यूपीआई जैसे नई-नई सेवाएं देखने को मिल सकती हैं।
आरबीआई के इस कदम से डिजिटल रिटेल पेमेंट्स सुविधा का लाभ लेने वालों की संख्या में भी इजाफा होगा। फिनटेक कंवर्जेंस काउंसिल के चेयरमैन नवीन सूर्या का कहना है कि नई रिटेल पेमेंट्स अंब्रेला एंटिटीज शुरू होने के बाद भारत में डिजिटल पेमेंट्स का इस्तेमाल करने वालों की संख्या 60 करोड़ तक पहुंच जाएगी। साथ ही उम्मीद है कि 55 फीसदी रिटेल पेमेंट्स डिजिटल हो जाएंगे। इससे भारत डिजिटल पेमेंट के मामले में दुनिया के विकसित देशों के साथ खड़ा हो जाएगा। PayNearby के एमडी व सीईओ आनंद कुमार बजाज के मुताबिक, इस क्षेत्र में सिर्फ एनपीसीआई के होने के कारण दूसरी कंपनियों के लिए काफी मौके हैं।
ग्राहकों को मिलेगी बेहतर सुविधाएं और ऑफर्स
मौजूदा समय में सिर्फ नेशनल पेमेंट्स काउंसिल ऑफ इंडिया (NPCI) विभिन्न पेमेंट सिस्टम को एकसाथ सपोर्ट कर रही है. इनमें RuPay, UPI और नेशनल ऑटोमेटेड क्लीयरिंग हाउस इंटर-बैंक ट्रांसफर्स का प्रबंधन कर रही हैं। आरबीआई के निजी कंपनियों को भी रिटेल पेमेंट्स (Retail Payments) में मौका देने के फैसले से एनपीसीआई जैसे दूसरे नेटवर्क भी तैयार हो जाएंगे। इससे ग्राहकों को रिटेल पेमेंट्स के लिए एनपीसीआई के अलावा दूसरे विकल्प भी मिलेंगे। साथ ही रिटेल पेमेंट्स सेगमेंट में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी और ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं व ऑफर्स मिलेंगे।