NEW DELHI : भारत के संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान सोमवार को एक अनोखा रिकॉर्ड बन गया। यहां राज्य सभा और लोकसभा के विपक्ष के 78 सांसदों को एक साथ निलंबित कर दिया गया है। इन सांसदों में लोकसभा के 33 और राज्यसभा के 45 सांसद शामिल हैं। इससे पहले 14 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है।
राज्यसभा से विपक्ष के जिन 45 सांसदों को सस्पेंड किया गया है, उनमें प्रमोद तिवारी, जयराम रमेश, अमी याग्निक, नारायण भाई राठवा, शक्ति सिंह गोहिल, रजनी पाटिल, सुखेंदु शेखर, नदिमुल हक, एन. षणमुगम, नसीर हुसैन, फुलोदेवी नेताम, इमरान प्रतापगढ़ी, रणदीप सुरजेवाला, मौसम नूर, समिरुल इस्लाम, रंजीत रंजन, कनिमोझी, फैयाज अमजद, मनोज झा, रामनाथ ठाकुर, अनिल हेगड़े, वंदना चव्हाण, रामगोपाल योदव, जावेद अली खान, जोस के मणि, महुआ मांझी और अजीत कुमार शामिल हैं। बताया गया कि इन सांसदों पर स्पीकर की बात नहीं मानने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
इससे पहले आज सुबह लोकसभा में भी अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विपक्ष के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी सहित 33 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। सोमवार को जिन 33 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किया है, उनमें टी. सुमति, कल्याण बनर्जी, ए राजा, दयानिधि मारन, अपारूपा पोद्दार, प्रसून बनर्जी, ईटी मोहम्मद बशीर, जी. सेल्वम, सीएन अन्नादुरई, अधीर रंजन चौधरी, असीत कुमार मल, कौशलेंद्र कुमार, एंटो एंटनी, एसएस पलानीमनिकम, अब्दुल खालिक, थिरुनावुक्करासर, प्रतिमा मंडल, काकोली घोष, के.मुरलीधरन, सुनील मंडल, एस. रामालिंगम, के. सुरेश, अमर सिंह, राजमोहन उन्नीथन, गौरव गोगोई, टीआर बालू, के कानी नवास, के वीरस्वामी, एनके प्रेमचंद्रन, सौगत रॉय, शताब्दी रॉय, के जयकुमार शामिल हैं।
इनमें से 30 सांसदों को सदन के पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सस्पेंड किया गया है। जबकि बाकी तीन के जयकुमार, विजय वसंत और अब्दुल खालिक को विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक सस्पेंड किया गया है. इन तीन सांसदों पर स्पीकर के पोडियम पर चढ़कर नारेबाजी करने का आरोप है।
14 दिसंबर को भी हुए थे 14 सांसद सस्पेंड
इससे पहले 14 दिसंबर को कुल 14 सांसदों को सस्पेंड किया गया था. इनमें से 13 लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद था. इन्हें भी संसद के पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सस्पेंड किया गया था.
उस समय मणिकम टैगोर, कनिमोझी, पीआर नटराजन, वीके श्रीकंदन, बेनी बहानन, के सुब्रमण्यम, एस वेंकटेशन और मोहम्मद जावेद को लोकसभा से सस्पेंड किया गया था. तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन एकमात्र राज्यसभा सांसद थे, जिन्हें सस्पेंड किया गया था