PATNA : बिहार के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार एसए शाद का आज बुधवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। साद कैंसर की बीमारी से ग्रस्त थे। उनके निधन से बिहार के मीडिया जगत में शोक का लहर व्याप्त है।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा है कि साद ने अपनी लेखनी के बदौलत पत्रकारिता जगत में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उनका निधन बिहार के मीडिया के लिए अपूर्णिय क्षति है।
भागलपुर जिले के मूल निवासी शाद टेक्साइल इंजीनियर थे। इंजीनियरिंग में बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें गोल्ड मेडल भी नवाजा गया था। बाद के दिनों में उन्होंने इंजीनियरिंग के पेशे को छोड़ पत्रकारिता से जुड़ने का फैसला किया।
जिसके बाद उन्होंने अंग्रेजी के प्रतिष्ठित टाइम्स ऑफ इंडिया से अपनी पत्रकार की शुरुआत की। बाद में उन्होंने हिन्दी की पत्रकारिता करने का निर्णय किया और दैनिक जागरण पटना के साथ जुड़े।
पत्रकारिता की सेवा करते हुए एसए शाद एमबीए की पढ़ाई भी कर रहे थे। हाल ही में उन्होंने ललित नारायण मिश्रा संस्थान से एमबीए की पढ़ाई पूरी की थी। इसी दौरान उन्हें कैंसर जैसी बीमारी ने दबोच लिया।
पहले दिल्ली और बाद में महावीर कैंसर संस्थान में उनका इलाज चल रहा था, जहां बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक घर भागलपुर में गुरुवार को होगा।
बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने वरिष्ठ पत्रकार एस ए साद के निधन पर शोकसंवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इंजीनियरिंग फिल्ड में गोल्ड मेडलिस्ट श्री साद का कैंसर जैसे असाध्य रोग से असामयिक निधन दुखद है, अपनी कर्मठता से इन्होंने पत्रकारिता जगत में एक विशेष पहचान बनाई थी जिसकी क्षतिपूर्ति अपूरणीय है।
ईश्वर से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवगंत आत्मा को चिरशांति प्रदान कर शोकसंतप्त परिवार को इस दुःखद बेला में संबल प्रदान करे।