बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

तेजस्वी अपनी खामोशी और प्लान 150 से सहयोगी दलों पर बना रहे हैं भारी दबाव, कांग्रेस ने भी कहा- इस बार हमें भी चाहिए MORE

तेजस्वी अपनी खामोशी और प्लान 150 से सहयोगी दलों पर बना रहे हैं  भारी दबाव, कांग्रेस ने भी कहा- इस बार हमें भी चाहिए MORE

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव की तेजी से तैयारियों के बीच अब सियसी हलचल ने भी जोर पकड़ लिया है.गठबंधन से जुड़ी पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर प्रेशर पॉलिटिक्स का खेल चालू हो गया है. महागठबंधन में में सीट शेयरिंग को लेकर चुप्पी का खेल, यह बता रहा है कि सभी पार्टियों की प्लानिंग अलग अलग है. 

तेजस्वी की खामोशी और प्लान 150
महागठबंधन को लीड करने की घोषणा करने वाले तेजस्वी यादव सीट शेयरिंग को लेकर एकदम खामोश हैं. तेजस्वी यादव पूरे जोर शोर से चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं लेकिन सहयोगी दलों को वो तवज्जों देने के मुड में नहीं हैं. जानकार बताता हैं कि तेजस्वी की चुप्पी के कई मायने हैं. अंदरखाने से यह बात सामने आ रही है कि इस बार राजद 150 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और इसकी भनक महागठबंधन से जुड़ी पार्टियों को भी है. सीटों का बंटवारा भले ही न हुआ हो लेकिन तमाम प्रत्याशियों को अपने क्षेत्र में कूच करने का आदेश भी राजद की तरफ से दिया जा चुका है.

कांग्रेस भी इस बार दिल मांगे मोर के मोड में

पिछली बार के महागठबंधन में राजद, जदयू और कांग्रेस तीन ही पार्टियां थी. जदयू अब नहीं तो कांग्रेस भी यह चाह रही है कि उसे ज्यादा सीट मिले. वहीं मांझी का महागठबंधन से निकलना तय माना जा रहा है. जिसके बाद महागठबंधन में रालोसपा, वीआईपी और वामदल ही बच जाएंगे. इन सभी पार्टियों का नेतृत्व फिलहाल कांग्रेस कर रही है. लेकिन सीट शेयरिंग का क्या फॉर्म्यूला होगा इस बार कोई बात साफ तौर पर सामने नहीं आई है. लेकिन यह चर्चा है कि इस बार कांग्रेस भी 60 सीटों पर चुनाव लड़ना चाह रही है. पिछली सीटों के अलावा पार्टी की ओर से कुछ नई सीटें भी चिन्हित की गई हैं.

सहयोगी दलों का क्या होगा
राजद और कांग्रेस महागठबंधन में रालोसपा, वीआईपी और वामदल भी हैं. इनको भी सीटें दी जानी हैं इसको लेकर भी अंदरखाने फॉर्मूला तैयार किया जा रहा है.लेकिन इस सब के बीच तेजस्वी यादव सहयोगियों से सीधे तौर पर बात नहीं कर रहे. रालोसपा जब एनडीए में थी तो उसे 23 सीट मिले थे लेकिन इस बार क्या फॉर्मूल बनता है वो देखने वाली बात होगी.

Suggested News