पटना- राजद के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि लालू के बिना सबकुछ सुना है. तेजस्वी पर हमला बोलते हुए अली अशरफ फातमी ने कहा कि उनकी जितनी उम्र है उससे अधिक समय से वे राजनीति कर रहे या लालू जी के साथ हैं. लेकिन हद तो तब हो गयी जब उन्हें बिना नोटिस दिए 6 सालों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया.
बागी तेजप्रताप पर क्यों नहीं किए कार्रवाई ?
फातमी ने राजद पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कैसा नियम है कि जब तेजप्रताप खुलेयाम पार्टी से बगावत कर अपना उम्मीदवार घोषित करते हैं. जहानाबाद में अपने उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार करते हैं लेकिन पार्टी को कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं होती. हमने तो अभी तक कोई पार्टी विरोधी काम या अपने वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ कोई बयानबाजी भी नहीं की थी. फिर इस तरह का अन्याय क्यों ? उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में दो तरह का संविधान हो वहां रहना जायज नहीं. लिहाजा वे आज पार्टी से खुद ही इस्तीफा कर रहे हैं. फातमी ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद भेज दिया हूं.
इसके पहले उन्होंने मंगलवार को पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड से इस्तीफा कर दिया था. अली अशरफ फातमी ने मधुबनी से चुनाव लड़ने का एलान किया हुआ है. वे 18 अप्रैल को नामांकन भी दाखिल करेंगे. यहां बता दें कि अली अशरफ फातमी उत्तर-बिहार के बड़े नेता माने जाते हैं. वे दरभंगा से कई बार सांसद रह चुके हैं. लेकिन इस बार राजद ने उनका टिकट काटकर अद्बूल बारी सिद्दीकी को टिकट दे दिया. तभी से वे नाराज चल रहे हैं और मधुबनी से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है.