डेस्क... अरुणाचल प्रदेश में सियासी घटनाक्रम के बाद से जदयू और बीजेपी के बीच दूरियां काफी बढ़ गई है। अगर ऐसे में एनडीए में टूट हो जाए तो यह कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। हालाकि इस बीच जेडीयू ने तल्खी दिखाते हुए बिहार बीजेपी को कड़ी चेतावनी दे डाली है। हाल ही में जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह का बयान आया और कहा गया कि वह अपने पुराने सहयोगी यानी बीजेपी को सब कुछ ठीक नहीं किए जाने की नसीहत दे दी है।
एनडीए में बढ़ी तल्खियों के बीच अब महागठबंधन की मेन लाइन की पार्टी राजद अब इसका पूरा फायदा उठाना चाहती है। इस बीच राजद के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने बिहार की सियासत को लेकर बड़ा दावा किया है। श्याम रजक ने कहा है कि जेडीयू के विधायक बीजेपी की कार्यशैली से नाराज हैं और बिहार की एनडीए सरकार को गिराना चाहते हैं। श्याम रजक ने कहा है कि 17 जेडीयू विधायक आरजेडी के संपर्क में हैं और ये जल्द ही आरजेडी में शामिल होंगे।
आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने दावा किया है कि जनता दल यूनाइटेड के 17 विधायक उनके जरिए आरजेडी के संपर्क में हैं और वे जल्द ही लालू प्रसाद की पार्टी में शामिल होना चाहते हैं।
श्याम रजक ने दावा किया कि अरुणाचल प्रदेश में जिस तरीके से जनता दल यूनाइटेड के 6 विधायकों को बीजेपी ने अपने साथ शामिल करा लिया है उससे यह साफ हो गया है कि बीजेपी नीतीश कुमार पर हावी हो गई है। श्याम रजक ने कहा कि इसी कारण से जेडीयू के विधायक पार्टी छोड़ना चाहते हैं।
वहीं श्याम रजक के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए जनता दल यूनाइटेड प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि वह ऐसे भ्रामक बयान देकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। राजीव रंजन ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड पूरी तरीके से एकजुट है और बीजेपी के साथ मिलकर 5 साल बिहार में सरकार चलाएगी।
राजीव रंजन ने कहा, "जेडीयू में कहीं कोई असंतोष नहीं है। अरुणाचल की घटना से जनता दल यूनाइटेड आहत जरूर है मगर पार्टी के विधायक किसी के झांसे में नहीं आने जा रहे हैं। श्याम रजक कह रहे हैं कि जदयू के 17 विधायक उनके संपर्क में हैं लेकिन मेरा कहना है कि उन्हें अपना घर संभालना चाहिए क्योंकि आरजेडी के ही विधायक तेजस्वी यादव की कार्यशैली से परेशान हैं।