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विधानपरिषद चुनाव: पूर्वी चंपारण में RJD नेतृत्व मजबूत सिपाही 'पप्पू दूबे' पर लगायेगा दांव! 'सिग्नल' के बाद तैयारी में जुटे

विधानपरिषद चुनाव: पूर्वी चंपारण में RJD नेतृत्व मजबूत सिपाही 'पप्पू दूबे' पर लगायेगा दांव! 'सिग्नल' के बाद तैयारी में जुटे

PATNA: बिहार में पंचायत चुनाव खत्म हो गये हैं। इसके साथ ही विधान परिषद की खाली 24 सीटों पर चुनाव की तैयारी भी शुरू हो गई हैं। खाली सीटों को भरने के लिए स्थानीय निकायों से एमएलसी चुने जायेंगे।  राज्य में विधान परिषद में इस समय 51 सदस्य हैं। जबकि कुल सदस्यों की संख्या 75 है। जून में ही 24 सीटें खाली हो चुकी हैं। पंचायत चुनाव में देरी के कारण इन सीटों को नहीं भरा जा सका है। माना जा रहा है कि एमएलसी चुनाव में एनडीए और राजद के बीच सीधा मुकाबला होगा। पंचायतों में चुने गए प्रतिनिधियों को अपनी तरफ करने की कोशिश में दोनों तरफ के नेता कर रहे हैं।बताया जाता है कि चिराग पासवान गुट के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एमएलसी चुनाव में राजद के साथ समझौता कर सकती है। ऐसे में राजद की मजबूत स्थिति होने की संभावना है। आज बात करेंगे विधानपरिषद की पूर्वीचंपारण सीट की। इस बार भाजपा प्रत्याशी के लिए राह आसान नहीं दिख रहा। राजद इस बार फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। राजद इस बार हर तरह से सक्षम और साफ-सुथरा चेहरे पर दांव लगायेगी ।

इस बार बीजेपी के लड़ाई नहीं है आसान

विधानपरिषद लोकल बॉडी की पूर्वी चंपारण सीट पर 2015 में बीजेपी समर्थित बबलू गुप्ता चुनाव जीते थे। उन्होंने राजद प्रत्याशी कलावती देवी को हराया था। हालांकि उस समय रेणु सिंह भी निर्दलीय चुनाव लड़ी थी। त्रिकोमात्मक लड़ाई में बीजेपी समर्थित बबलू गुप्ता ने बाजी मार ली थी। एक बार फिर से चुनाव का बिगुल बजने वाला है। संभावित प्रत्याशी भीतर ही भीतर चुनावी तैयारी में जुटे हैं। लेकिन इस बार की लड़ाई बीजेपी के लिए आसान नहीं दिखती है। तेजस्वी यादव इस बार कोई गलती दुहराना नहीं चाहते हैं। लिहाजा कैंडिडेट का चयन पूरी तरह से ठोक बजाकर करेंगे। जानकार बताते हैं कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव हर तरह से सक्षम उम्मीदवार और साफ-सुथरे चेहरे को ही चुनावी मैदान में उतारेंगे। अभी तक राजद की तरफ से जीन नामों की चर्चा है। इनमें एक हैं पूर्व विधायक बबलू देव, दूसरे हैं महेश्वर सिंह और तीसरे हैं जाने-माने और राजद के बुरे दिनों में भी साथ रहने वाले वकील पप्पू दूबे(राजीव कुमार द्विवेदी) पूर्व विधायक बबलू देव की छवि को लेकर तरह-तरह के सवाल खड़े होते रहते हैं। वहीं पूर्व विधायक महेश्वर सिंह हाल ही में राजद ज्वाइन किये हैं। इसके पहले वे कई दलों में घुमे और अब फिर से राजद में आये हैं।वहीं पूर्वीचंपारण के जाने माने वकील पप्पू दूबे बेदाग छवि यूं कहें कि कोरा कागज हैं। उन पर किसी तरह के दाग या फिर दल-बदलू का ठप्पा नहीं लगा है। साथ ही वे लंबे समय से वकालत पेशे से जुटे हैं और इनकी जिला से लेकर राज्य स्तर के वकालत पेशा में अच्छी पकड़ है। इस लिहाज से इनकी दावेदारी मजबूत है। 

हरीझंड़ी के बाद राजद के पप्पू दूबे चुनावी तैयारी में जुटे

भले ही अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई हो लेकिन भीतर ही भीतर सारे दल के संभावित कैंडिडेट पंचायत प्रतिनिधियों तक अपनी पहुंच बनाने में जुटे हैं। राजद के मजबूत दावेदार पप्पू दूबे नेतृत्व की हरी झंड़ी के बाद चुनावी तैयारी में जुटे हैं। उनका दावा है कि वे आठ महीनों से चुनावी तैयारी में लगे हैं। उनका कहना है कि पिछले 27 सालों से वकालत पेशे के माध्यम से पूरे जिले के गरीब-गुरबों की मदद की है। इसका काफी फायदा उन्हें मिलेगा। किसी को पहचान बनाने की जरूरत होगी लेकिन उन्हें तो हर गांव के लोग जानते-पहचानते हैं। पप्पू दूबे कहते हैं तेजस्वी यादव साफ-सुथरे छवि वाले और चुनाव जीतने की क्षमता रखने वाले पर हीं दांव लगायेंगे।

पेश है उनसे बातचीत का अंश

 आपने विप की लोक बॉडी का चुनाव लड़ने को क्यों चुना?

पप्पू दूबे- आज की स्थिति यह है कि लोग चुनावी मैदान में उतरते है और किसी से पंचायत प्रतिनिधियों का वोट लेकर चुनाव जीत जाते हैं। चुनाव के बाद झांकने तक नहीं आते। सदन में पंचायत प्रतिनिधियों की आवाज उठाने वाला कोई नहीं होता। बहुत कम लोग होते हैं जो इनकी आवाज बुलंद करते हैं। कल पटना में वार्ड सचिवों की बर्बर पिटाई की गई। उनकी आवाज उठाने वाला कोई नहीं। कई ऐसे मामले हैं जिस पर सदन में आवाज बुलंद नहीं किया गया। ऐसे में अगर चुनाव जीतते हैं को पंचायत प्रतिनिधियों की आवाज को बुलंदी के साथ उच्च सदन में रखेंगे और उनकी पैरवी करेंगे। इसके साथ-साथ पूरे पूर्वी चंपारण के आम जनता की बेहतरी के लिए काम करेंगे। 

आखिर आपको राजद टिकट क्यों देगा?

जाने-माने वकील पप्पू दूबे ने कहा कि हम काफी समय से पार्टी से निस्वार्थ बाव से जुड़े हैं। हमने उस समय पार्टी ज्वाइन किया था जब नेता राजद में अपना भविष्य न देख दल को छोड़ रहे थे। हमारी पूरी निष्ठा दल के साथ शुरूआत से लेकर अब तक रही है। यह हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जानते हैं। लालू प्रसाद यादव  दबे कुचलों की जुबान कहे जाते हैं. तब से लेकर आज तक हम उनके साथ हैं। हमें सब दल के नेताओं ने एप्रोच किया लेकिन हम पूरी आस्था के साथ आरजेडीयू कार्यकर्ता के रूप में काम करते रहे हैं. जहां तक चुनाव लड़ने की प्रतिबद्धता का सवाल है तो संगठन के लोगों ने ही कहा कि आप स्वच्छ छवि के लोग हैं। आप अगर लड़ते हैं तो इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मेरा पेशा वकालत है। चंपारण से पहला कोई व्यक्ति है जो चुनाव जीतकर स्टेट लेवल तक पहुंचा।

आखिर RJD आपको उम्मीदवार क्यों बनायेगा?

मोतिहारी के जितने भी गांव हैं सारे लोगों से हम प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जहां हमारे लोग नहीं है। सभी पंचायत प्रतिनिधियों की डिमांड है कि आप चुनाव लड़ें। सब लोग इसमें लगे हुए हैं। हम भी 8 महीने से जुडे हैं। सारे लोग यही न चाहते हैं कि हमारा प्रत्याशी साफ सुथरा हो। पार्टी को और क्या चाहिए, चुनाव जीतने की क्षमता रखता हो, चारित्रिक दुर्गुण नहीं हो, अर्थ के दृष्टिकोण से मजबूत हो। अगर मेरे में यह गुण है तो हमें नहीं लगता है कि टिकट नहीं मिलेगा। लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव जो भावी मुख्यमंत्री हैं वो टिकट और सर्मथन जरूर देंगे और उस सीट पर दल की जीत सुनिश्चित करेंगे। 

आरजेडीय में कई दावेदार हैं

इस सवाल पर पप्पू दूबे ने कहा कि हर चुनाव में कई दावेदार होते हैं। बहुत सारे लोग होंगे इसके दावेदार.... लेकिन मेरा जो पकड़ है वो हर जगह है। हम 27 साल से वकालत पेशे में हैं। हमने हमेशा दबे-कुचले लोगों की आवाज उठाते आया हूं। न्यायालय का दरवाजा हमेशा कमजोर वर्ग खटखटाता है। हम इतने साल से कमजोर वर्ग की लड़ाई लड़ते आ रहा हूं. यही वजह है कि हमारी पकड़ हर जगह है। विधायक-सांसद केवल अपने विस क्षेत्र में पकड रखते हैं. हमारी पकड़ पूरे जिले में है। हम अधिवक्ता समाज के नेता हैं।अधिवक्ताओं की चिर प्रतिक्षित डिमांड थी कि वकालत पेशा से भी उच्च सदन में प्रतिनिधि जाये। यह पढ़ा-लिखा समाज है. अगर उच्च सदन के लिए टिकट मिलता है और हम जीत कर जाते हैं तो राजद ए टू जेड की पार्टी हो जायेगी। ऐसा तेजस्वी यादव भी चाहते हैं। यह उचित समय है और हमारे नेता यह करेंगे भी।

पूर्वीचंपारण काफी बड़ा जिला वहां तक कैसे पहुंचेंगे?

उन्होंने कहा कि पूर्वी चंपारण में करीब 396 पंचायत हैं। मेरे लिए यह नया चीज नहीं है। मोतिहारी जिला विधिज्ञ संघ की क्षमता ही 3600 है। इसके साथ ही हजारो लोग जुड़े हैं। साथ ही हम 27 सालों से गरीबों की ही सेवा कर रहे हैं। ऐसे में हमारा गांव-गांव तक पहुंच है। हमारा सब से प्रत्यक्ष रिश्ता है और लोग मेरे लिये एक पांव पर खड़े हैं। मेरे जैसे लोगों के बारे में लोग कह रहे कि अगर आप जीतेंगे तो हमारी आवाज उठायेंगे। सार्वजनिक जीवन में हम इमानदारी और सुचिता के पक्षधऱ रहे हैं। हम सबसे कम उम्र में बार कौंसिल के चुनाव में जीते। राजद हमारी पार्टी है। समर्थन पत्र देती है तो जाति-धर्म से परे होकर लोग वोट करेंगे। दल का बंधन तोड़ कर लोग चुनाव करेंगे और यह सीट राजद की झोली में जायेगी।

आपको लोग क्यों वोट करेंगे

राजीवकुमार द्विवेदी( पप्पू दूबे) ने कहा कि हमें पंचायत प्रतिनिधि इसलिए पंसद करेंगे कि हम सुख दुख के साथी हैं। जब किसी को कहीं से मदद नहीं मिलती है तो न्यायालय का रूख करता है। हमने हर तरह से लोगों की मदद की है और साथ खड़ा रहा है। वैसे लोग प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। लोगों को पहचान बनानी पड़ेगी। मेरा पूरा नाम राजीव कुमार द्विवेदी है लेकिन पूरे जिले के लोग हमें पप्पू दूबे के नाम से ही जानते हैं। हम लोग हर तरह से सक्षम हैं लेकिन लोग अपने खर्च से घुम रहे हैं। चंदा इकट्ठा कर रहे हैं। यह बताता है कि लोग हमें कितना चाहते हैं।

चुनाव में तो धनबल का प्रयोग होता है

राजद नेता ने कहा कि सिर्फ धन बल से चुनाव नहीं जीते जाते हैं बल्कि जनसमर्थन भी होना जरूरी है। धन से आप सबको खरीद नहीं सकते। आपकी लोकप्रियता ही आपकी जीत की कसौटी है। 

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