PATNA: बिहार विधानसभा से जातीय आधार पर जनगणना कराए जाने का प्रस्ताव पास कराए जाने पर राजद ने सवाल उठाया है। राजद ने जातीय आधार पर जनगणना कराने वाले पास हुए प्रस्ताव कोे आईवाश बताया है ।
राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि ये राजद के दवाब और नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव के रणनीति का हिस्सा है जिसके कारण सरकार को अधूरे मन से इस प्रस्ताव को पारित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है । वर्षो से राजद लगातार इस मांग को लेकर सड़क से सदन तक आवाज उठाती रही है और आज भी हमारी मांग है की जो जातीय जनगणना हो चुके हैं उसे प्रकाशित किया जाए ।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि 2021 का इंतजार क्यो किया जाएगा जो 2011में जनगणा हुआ हैै उसे प्रकाशित किया जाए जिससे कि योजनाओं का लाभ अभी से मिल सके ।
उ्होंने कहा कि ये सिर्फ विधान सभा चुनाव को देखते हुए किया गया है. अगर मंशा साफ़ है तो पहले हुए जनगणना को प्रकाशित कराएं.