Patna: भाजपा सांसद रामकृपाल यादव के रिश्तेदारों ने नाबालिक लड़की के साथ 3 दिनों तक गैंगरेप किया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुशासन वाली पुलिस भाजपा सांसद के रिश्तेदारों को नहीं बल्कि गैंगरेप में सहयोग करने वाले छोटे प्यादों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ खुद थपथपा रही है.मामले का खुलासा के बाद राजद ने बड़ा हमला बोला है। राजद ने ट्वीट कर कहा है कि बीजेपी MP रामकृपाल यादव के रिश्तेदारों और उनके पुत्रों ने आदिवासी लड़की से 3 दिनों तक गैंगरेप किया। सांसद के दबाव में मुख्य आरोपी को पकड़ा नहीं जा रहा है। अगर सांसद के दबाव में बलात्कारी पकड़े नहीं गए तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ आंदोलन होगा।
जानिए पूरा मामला
मामला पटना जिले के मनेर का है जहां झारखंड से भटक कर आई एक 14 वर्षीया किशोरी को बंधक बनाकर ब्यापुर स्थित ईट भट्ठे पर 3 दिनों तक गैंगरेप किया गया. ईट भट्ठा पाटलिपुत्र के बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव के रिश्तेदार का है. सांसद के रिश्तेदार समधी के बेटे ने अन्य लोगों के साथ मिलकर लड़की के साथ 3 दिनों तक गैंगरेप किया. शुक्रवार को लड़की किसी तरह से भागी. मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया गया. लेकिन रेप के आरोपी दबंग मामले को दबाने में सफल नहीं हुए.
खूब चल रहा पुलिस को मैनेज करने का खेल
इसके बाद पुलिस को मैनेज करने का खेल चला. पीड़िता को मनेर, दानापुर और पटना के महिला थाना तक ले जाया गया. शुक्रवार को मामले का खुलासा हुआ और शनिवार की शाम को पुलिस ने पीड़ित लड़की का मेडिकल कराया. यहीं पर बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है कि आखिर पुलिस ने 24 घंटे के बाद पीड़िता का मेडिकल जांच क्यों कराई ? इधर पुलिस अब तक सांसद के रिश्तेदार को गिरफ्तार करने में विफल रही है.
मुख्य आरोपी फरार, प्यादों को पकड़कर पुलिस बन रही तीसमार खान
मुख्य आरोपी और मनेर के पूर्व प्रखंड प्रमुख के पति चंदन कुमार अब तक पुलिस गिरफ्त से दूर है। जबकि सुशासन की पुलिस ने रेणु देवी ,वासु उरांव, पिंटू उरांव व राजेंद्र उरांव को गिरफ्तार कर लिया है. 4 लोगों की गिरफ्तारी कर पुलिस अपनी पीठ खुद ब खुद थपथपा रही है. लेकिन सांसद का रिश्तेदार अब तक फरार है।बीजेपी सांसद के रिश्तेदार की फरारी से पटना पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर प्यादों को गिरफ्तार कर पटना पुलिस क्या साबित करना चाहती है?