पटना : कोरोना काल के बीच बिहार विधान सभा चुनाव की तैयारियों की सुगबुगाहट तेज हो गई है. अब राजनीतिक सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है. बीजेपी बिहार विधान सभा का शंखनाद कर रही है. सात जून को भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की वर्चुअल रैली है. इस बीच महागठबंधन में सीट-शेयरिंग और नेतृत्व को लेकर खींचतान शुरू हो गई है.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने विधानसभा चुनाव में पिछली बार से अधिक सीटों का दावा किया है तो कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने कांग्रेस के नेतृत्व में चुनाव में जाने की मांग रखी है. इसपर राजद ने कहा है कि कांग्रेस को अपनी औकात भी देखनी चाहिए.
शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार के आवास पर आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक हुई. बैठक में निखिल कुमार के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा , सदानंद सिंह , अखिलेश सिंह , तारिक अनवर व धीरज कुमार सहित अनेक वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन किया.
बैठक के बाद कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि पिछली बार उनके साथ जनता दल यूनाइटेट गठबंधन में 102 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार वह गठबंधन से बाहर है। ऐसे में उसके खाते वाली 102 सीटों का महागठबंधन के घटक दलों के बीच बंटवारा होना चाहिए, जिनमें सबसे अधिक हिस्सा कांग्रेस को मिलना चाहिए. कांग्रेस के इस मांग पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि कांग्रेस को अपनी औकात (जमीनी हकीकत) भी देखनी चाहिए. इसके साथ ही राजद ने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर बात कांग्रेस के आलाकमान से होगी.