Sheikhpura: नीतीश कुमार की निकम्मी सरकार ने बिहार को संकट कर मंझधार में छोड़ दिया है. जनता त्राहिमाम कर रही है सरकार आराम कर रही है. चारों तरफ बाढ़ और कोरोना के कहर से हाहाकार मचा है. वहीं दूसरी तरफ दुःशासनी नीति और नियत वाली कुर्सी कुमार की पापी सरकार सिर्फ और सिर्फ कुर्सी पर आंख गड़ाए बैठी है. सत्ता के खातिर सब कुछ करने को तैयार बैठे सुशासन बाबू और छोटका मोदी ने तय कर लिया है बिहार के भविष्य और वर्तमान को मटियामेट कर के ही दम लेंगे. उपरोक्त बातें राजद के प्रदेश कार्यकारणी समिति के सदस्य व बरबीघा विधानसभा से राजद के संभावित प्रत्याशी अनिल शंकर सिंह ने कही है.
अनिल शंकर सिंह प्रदेश सरकार को इस भीषण संकट में सरेंडर कर जाने का आरोप लगाते हुए कहते हैं कि की यह सरकार कितना निर्लज्ज और संवेदनहीन है कि इसके उपमुख्यमंत्री छोटका मोदी कोरोना की वजह से दर्दनाक हो रही मौत को प्रतिशत में आंक कर अनुमान लगाने में व्यस्त हैं कि 12 करोड़ की आबादी में कोरोना से हुई मौत बहुत ज्यादा नहीं है. इतना ही नहीं जनाब बड़े गर्व से कहते हैं कि कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिये आठ हजार करोड़ रुपया से ज्यादा खर्च किये हैं. मोदी जी यह पैसा बिहार के गरीब जनता के खून पसीने की कमाई का है. एक एक पैसा का हिसाब जनता लेगी. जिस राज्य के बड़े हॉस्पिटल में मरीज को 48 घण्टे तक लाश के साथ रहने को विवश होना पड़ता है उस सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का हक नहीं है. मरीजों की पीड़ा देख दिल दहल उठता है. लेकिन आपकी सरकार जनता के दर्द और हाहाकार पर मातम मनाने के बजाय उद्धघाटन और शिलान्यास कर चुनावी मौज काटने में जुटी है.
अब भला अनुमान लगाइए कि यह कैसी सोच है, क्या यह हैवानियत नहीं है. जिसके लिए मौत सिर्फ आंकड़ा भर है. न जाने कितने परिवार उजड़ गए. न जाने कितने मौत की खबरों को आपने बाहर आने नहीं दिया. आपके इस हैवानियत पर जनता जरुर विराम लगाएगी. आपकी सोच विकृत कल्पना से भी परे है. आपको मौत सिर्फ आंकड़ा भर समझ में आता है. अगर कलेजे में दम है तो पीड़ित परिवार से मिल कर आइए और मौत के आंकड़ा का गणित समझाइए तब आपकी औकात उसी जगह पता चल जाएगी. राजद नेता अनिल शंकर सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार की सरकार भ्रष्टाचार का खेवनहार है. बाढ़ का मौसम इस सरकार के लिये भ्र्ष्टाचार के बसन्त की तरह है. बाढ़ और कोरोना सहित सृजन घोटाला से लेकर मुजफ्फरपुर कांड ने इस सरकार की मंशा को नंगा कर दिया है. सरकार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सवालों के सामने समर्पण की मुद्रा में आ जाती है. बाढ़ ने एक बार फिर लाखों लोगों को बेघर कर दिया है. न जाने कितने लोग काल कलवित हो गए। लेकिन फरेब आंकड़ों का खेल यहां भी खेला जा रहा है. समय आने दीजिये सुशासन बाबू जनता पानी उतार कर दम लेगी.