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सुशील मोदी पर राजद का पलटवार, कहा- तेजस्वी यादव की सर्व स्वीकार्यता से भाजपा नेताओं की बढ़ी बेचैनी

सुशील मोदी पर राजद का पलटवार, कहा- तेजस्वी यादव की सर्व स्वीकार्यता से भाजपा नेताओं की बढ़ी बेचैनी

पटना. बिहार में इन दिनों ब्राह्मण-भूमिहार को लेकर जमकर सियासी हो रही है। रविवार को भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा था कि भाजपा ने समाज के लोगों के लिए बहुत कुछ किया है और राजद ने अत्याचार किया है। इस पर पलटवार करते हुए राजद ने पार्टी कार्यालय में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस दौरान राजद ने बिहार भाजपा पर जमकर हमला बोला। राजद नेताओं ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की सर्व स्वीकार्यता और भाजपा के सिमटते जनाधार से भाजपा नेताओं की बेचैनी काफी बढ़ गई है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन, पूर्व विधायक त्रृषि मिश्रा, प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी और प्रदेश महासचिव संजीव मिश्रा मौजूद रहे।

राजद नेताओं ने कहा कि एक साजिश के तहत झूठ और दुष्प्रचार के माध्यम से राजद के खिलाफ माहौल बनाकर भाजपा और जदयू द्वारा सत्ता हासिल किया गया । बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और कानून व्यवस्था जैसे आम लोगों के मौलिक समस्यायों को नजरअंदाज करते हुए केवल नकारात्मक राजनीति के बल पर पिछ्ले सत्रह वर्षों से भाजपा के एनडीए गठबंधन बिहार के सत्ता पर काबिज है। अब परिस्थितियां बदल गई है। आज का नौजवान इनके नकारात्मक राजनीति को समझ रहे हैं। भाजपा द्वारा परोसे जा रहे काल्पनिक खौफ और स्वप्नवादी जुमले की असलियत के झांसे में वह आने वाले नहीं हैं। बिहार के नौजवान बेरोजगारी, महंगाई सहित जनसारोकार के अन्य मुद्दों पर मुखर आवाज उठाने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में ही बिहार का भविष्य देख रहे हैं। इसका आभास तो 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में ही एनडीए गठबंधन को हो गया था। पर बोचहां उपचुनाव और विधान परिषद के चुनाव में तेजस्वी यादव की सर्व स्वीकार्यता पर लगी मुहर से भाजपा नेताओं की तिलमिलाहट काफी बढ़ गई है।

राजद नेताओं ने कहा कि राजद ए टू जेड की पार्टी है। हम सभी को जोड़कर चलने में विश्वास रखते हैं। किसी को छोड़कर चलने में नहीं है। जबकि भाजपा की राजनीति ही धर्म और जाति के नाम पर घृणा और नफरत की बुनियाद पर टिकी हुई है। बीजेपी को बेरोजगारी, महंगाई जैसे आमलोगों के बुनियादी सवालों में कोई अभिरूचि नहीं है। तेजस्वी यादव यदि बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दे को उठा रहे हैं, तो यह केवल किसी जाति विशेष का मुद्दा नहीं है। इससे सभी जाती, धर्म और वर्ग के लोग प्रभावित हैं। ऐसे में स्वाभाविक है कि सभी जाती, धर्म और वर्ग के लोगों के बीच तेजस्वी यादव की स्वीकार्यता और लोकप्रियता बढे़गी।

राजद नेताओं ने कहा कि झूठ बोलना और फर्जी आंकड़े पेश कर लोगों को गुमराह करना तो भाजपा नेताओं का चरित्र और राजनीतिक पूंजी रहा है। कल भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा ब्राह्मण और भूमिहार जाति के संदर्भ में कुछ आंकड़े पेश कर भाजपा को उस ब्राह्मण और भूमिहार का हितैषी बताया गया जिसके वोट पर उनका अस्तित्व टीका हुआ है। जिस राजद पर उन्होंने ब्राह्मण को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है, उस राजद के शासनकाल में ब्राह्मण जाति के सर्वश्री रघुनाथ झा, शिवानन्द तिवारी, रामविलास मिश्र, शिवनन्दन झा, रूप नारायण झा, गिरीवर पाण्डेय, कृष्ण कुमार मिश्र यानी सात ब्राह्मणों को बिहार सरकार में मंत्री बनाया गया। राजद कोटे से रघुनाथ झा को केन्द्र में भी मंत्री बनाया गया। राधानन्दन झा को बिहार राज्य नागरिक परिषद का उपाध्यक्ष बना कर कैबिनेट मंत्री के समकक्ष सुविधा दी गई। सरोज दूबे और मनोज झा को राज्यसभा का सदस्य के साथ ही राजमंगल मिश्र को विधान परिषद का सदस्य बनाया गया। यह केवल ब्राह्मणों की सूची है यदि इसमें भूमिहार को भी जोड़ दिया जाए तो सूची काफी लम्बी हो जाएगी।

राजद नेताओं ने कहा कि यह सच्चाई है कि भाजपा के दुष्प्रचार के प्रभाव में आकर ब्राह्मण का अधिकांश वोट अबतक भाजपा गठबंधन को मिलता रहा है, पर भाजपा ने कितने ब्राह्मणों को केन्द्र में और राज्य में मंत्री बनाया है ? कितने को राज्यसभा में भेजा है ? ताराकांत झा और जगबंधु अधिकारी से लेकर ब्राह्मणों की लम्बी सूची है, जिन्हें भाजपा में अपमानित होना पड़ा। यही स्थिति भूमिहारों की भी है। अभी पिछले दिनों की बात है। जब भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा जैसे शालीन और उच्च योग्यताधारी व्यक्ति को सरेआम अपमानित किया गया और सुशील मोदी जैसे लोग चुप्पी साधे रहे।

राजद नेताओं ने कहा कि भाजपा नेता किसी झूठ को बार-बार बोलकर उस पर सत्य का आवरण चढाने की कला में पारंगत होते हैं। इसी कला का इस्तेमाल करते हुए उनके द्वारा झूठा प्रचार किया गया कि लालू जी ने "भूरा बाल साफ करो" का नारा दिया था। मेरी चुनौती है कि वे लालू जी के तथाकथित कथ्य का वीडियो क्लिप या अखबार का कतरण दिखावें। भाजपा के नेता तो ब्राह्मण और भूमिहार को हिन्दु भी नहीं मानते। अभी पिछले दिनों भाजपा के एक मंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि उसे ब्राह्मण और भूमिहार का वोट नहीं चाहिए। वह केवल हिन्दुओं से वोट मांगता है।

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