बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

सुशील मोदी पर राजद का निशाना, दूसरे पर कीचड़ उछालने के बजाय अपनी जिम्मेदारी पूरा करें, केंद्र के सामने उठाएं बिहार के हक की आवाज

सुशील मोदी पर राजद का निशाना, दूसरे पर कीचड़ उछालने के बजाय अपनी जिम्मेदारी पूरा करें, केंद्र के सामने उठाएं बिहार के हक की आवाज

पटना.  राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा है कि भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी को दूसरे पर अनर्गल बयानबाजी करने और कीचड़ उछालने के बजाय उन्हें अपनी जिम्मेवारी को पूरा करना चाहिए। राजद प्रवक्ता ने कहा कि सुशील मोदी पर जनता के गाढ़ी कमाई का लाखों रुपया प्रति माह इसलिए खर्च नहीं होता है कि वे अपनी व्यक्तिगत चिढ़ और ईर्ष्या का खीझ मिटाने के लिए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके परिवार के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करते रहें। वे बिहार कोटे से राज्यसभा के सदस्य हैं। केन्द्र में उनकी सरकार है। उनकी यह जिम्मेवारी बनती है कि केन्द्र सरकार द्वारा बिहार की हो रही हकमारी के खिलाफ आवाज उठाएं और बिहार को उसका वाजिब हक दिलवाएं। आज तक वे बिहार को न तो "विशेष राज्य " का दर्जा दिलवा सके और न विशेष पैकेज।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार के साथ लगातार हकमारी हो रही है पर एक बार भी सुशील मोदी की जुबान नहीं खुली. शहरी स्थानीय निकायों के लिए 4761 करोड़ रुपए वर्ष 2022-23 के लिए केन्द्रीय अनुदान के रूप में जारी किया गया जिसमें बिहार के लिए मात्र 7.35 करोड़ रुपए आवंटित किए गए। जबकि भाजपा शासित‌ उत्तर प्रदेश को बिहार से 27 गुणा 1988 रुपए दिए गए। इसी प्रकार प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना के तहत फूड प्रोसेसिंग और संग्रहण के लिए बिहार को मात्र एक यूनिट आवंटित किया गया है जबकि भाजपा शासित महाराष्ट्र में 41, गुजरात को 31, उत्तर प्रदेश में 26 ,असम में 21, और हरियाणा जैसे छोटे राज्य को 14 यूनिट दिया गया। अभी रब्बी के बुआई का समय है और बिहार को आवश्यकता से काफी कम मात्रा में खाद की आपूर्ति की गई है। एमपीओ की आवश्यकता है 56000 टन और आपूर्ति की गई है मात्र 17473 टन यानी आवश्यकता का 14 प्रतिशत। इसी प्रकार बिहार को यूरिया की आवश्यकता है 2,55,000 टन और आपूर्ति की गई मात्र 89,885 टन , यानी आवश्यकता का 37 प्रतिशत।

उन्होंने ने कहा कि बिहार के साथ हो रहे इस प्रकार का नाइंसाफी सुशील मोदी को दिखाई नहीं पड़ रहा है और चले हैं दूसरे पर किचड़ उछालने। वे भूल रहे हैं कि स्वास्थ्य विभाग का मंत्री लम्बे दिनों तक भाजपा के नेता हीं रहे हैं और जिस ढंग से विभाग को कचड़ा बना दिया गया था,आज स्थिति में सुधारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है तो उन्हें परेशानी हो रही है। महागठबंधन सरकार में जिस ढंग से शासन और प्रशासन से लेकर व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हो रहा है वह भाजपा नेताओं को हजम नहीं हो पा रहा है।


चितरंजन गगन ने कहा कि सुशील मोदी जी आप राज्यसभा में बिहार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और आपमें यदि थोड़ी भी नैतिकता है तो बिहार के साथ हो रहे भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाइए अन्यथा इस्तीफा दे पटना में बैठकर बयानबाजी करते रहिये.


Suggested News