पटना... बिहार विधानसभा के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी साबित होने के बाद भी राजद सत्ता में नहीं आ सकी। मतगणना के दो दिनों के बाद भी राजद के शीर्ष नेतृत्व समेत अन्य नेताओं को यह बात कचोट रही है। राजद के कार्यालय और शीर्ष नेतृत्व के आवास के बाहर कार्यकर्ताओं का हुजुम अब खत्म हो चुका है। इस बीच गुरुवार को दस सर्कुलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के सरकारी बंगले पर राजद विधायक दल की बैठक होगी। इस बैठक में सहयोगी दलों के विधायकों को नहीं बुलाया गया है। राजद नेता तेजस्वी यादव इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
इधर, बुधवार को राजद नेता तेजस्वी से अब तक पार्टी के सभी चुने गए विधायक अलग-अलग समय पर बुधवार को मिलने आए। निर्वाचित विधायकों को बता दिया गया है कि मीटिंग में वह पूरी तैयारी के साथ आएं। इस मीटिंग में सीट-टू-सीट मतदान और मतगणना का विश्लेषण भी किया जा सकता है।
बता दें कि चुनाव परिणाम आने के बाद से राजद नेता तेजस्वी यादव ,राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने ट्विटर एवं फेसबुक पेज पर चुनाव परिणामों को लेकर अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।केवल पार्टी प्रवक्ताओं को बोलने को कहा गया है। उसके लिए भी गाइडलाइन तय कर दी गई है।
राजद सूत्रों के मुताबिक पार्टी नेता एनडीए और अन्य दलों की गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। खासतौर पर उसकी नजर भाजपा और जदयू के संबंधों के संदर्भों में आ रहे बयानों पर है। हालांकि, इसके अपने राजनीतिक मायने हैं।