PATNA : कोटा में पढ़ाई करने वाले छात्रों को लेकर बिहार में नीतीश सरकार हाय तौबा मचा रही है तो दूसरी तरफ बिहार के ही बीजेपी विधायक अनिल सिंह ने राजस्थान के कोटा में पढ़ाई कर रहे अपनी बेटी और उसके दोस्तों को वहां से वापस बुला लिया है. नीतीश सरकार के अधिकारियों ने इसको लेकर उन्हें विशेष पास जारी कर दिया जिसके बाद बिहार में राजनीति गरमा गई है. रालोसपा ने सरकार के दोहरे चरित्र पर सवाल खड़ा किया है.
आरएलएसपी के मुख्य प्रवक्ता अभिषेक झा इसको लेकर राज्य सरकार से कोटा में फंसे बिहारी छात्रों की मदद की मांग की है. अभिषेक झा ने इसके लिए सरकार को अब छात्रों के हितों को सोचते हुए उन्हें राजस्थान से बिहार जाने का फैसला लेना चाहिए.
अभिषेक झा ने कहा कि कोरोना संकट की इस घड़ी में बिहार सरकार को छात्रों की मदद करनी चाहिए. दरअसल बीजेपी के विधायक ने सारे नियमों को ताक पर रखकर अपने पिता धर्म का पालन करते हुए अपनी बेटी को वापस लेकर आ गए. ऐसे में आम और ख़ास के बीच ये क्यों किया जा रहा है.
अभिषेक झा ने कहा ट्वीट
#सोशल_जस्टिस की बात करने वाले @NitishKumar जी से बिहार के छात्रों का सवाल है कि आपकी #सरकार का यह कौन सा जस्टिस है?#विधायक पुत्री और #आम जनता के बाल बच्चों में इतना फर्क क्यों?#कोटा में फसे हर बिहारी #छात्र की मदद करिए नीतीश जी।। pic.twitter.com/EaOqa1zAc8
— Er. Abhishek Jha (@AbhishekJhaNITP) April 19, 2020
गौरतलब है कि शनिवार को ही कोरोना संकट की महामारी में सीएम नीतीश ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आज अधिकारियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन को सख्ती से लागू करे के लिए विशेष तौर पर चर्चा हुई. इस अहम बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि कोटा से छात्रों को वापस लाने की मांग पर कहा कि ऐसे तो लॉक डाउन का मजाक उड़ जायेगा.