GORAKHPUR : सड़क सरकार की, सफाई व्यवस्था नगर निगम की और सुरक्षा की ज़िम्मेदारी कोतवाली पुलिस की मगर एकमुश्त तहबाजारी उन दबंग रसूखदारों की जिनकी दुकान के सामने सड़क पर ईद के मौके पर लगने वाली परम्परागत बाजार लग रही है।
यहां 20 रमज़ान के बाद से रेती रोड़ पर मदीना मस्जिद के आस पास और शाहमरूफ़ में फुटपाथ पर ईद मार्केट लगती है, जिसमें बाहर से आने वाले व्यापारियों के अलावा स्थानीय बेरोजगार दुकानें लगाते हैं। इस मार्केट में कपड़े, जूते, पर्स, घड़ी से लेकर रोजमर्रा जरूरत के समान आम दिनों की तुलना में बहुत कम कीमत पर उपलब्ध होते हैं जिससे यहां खरीदारों की भीड़ रहती है।
एक मेज बराबर दुकान की जगह के लिए 20 हजार किराया
आप को सुनकर हैरानी होगी कि ईद मार्केट के लिए फुटपाथ पर लगने वाली एक मेज की जगह की कीमत 15 हज़ार से लेकर 20 हज़ार तक तय है। चूंकि मामला रोज़ी रोज़गार से जुड़ा है, इसलिए कोई इसकी शिकायत भी नही कर रहा लेकिन कहीं न कहीं फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों के दिनों में इस बात का मलाल है कि उन्हें उस चीज़ के लिए पैसा देना पड़ा जिस पर अधिकार तो सरकार का है लेकिन वसूली किसी और की।
सबसे बड़ी बात ये है कि यहां सड़क पर जिस प्रकार से मेज़ लगाकर दुकाने लगाई गई है उससे यदि शाहमारूफ़ मंडी में कहीं आग लग जाती है तो दमकल की गाड़ी का जाना मुश्किल होगा जिससे जान माल का भारी नुकसान हो सकता है। बहरहाल, सुरक्षा से सफाई तक के लिए सरकारी विभागों को इस बाजार से चवन्नी नही मिलती वहां कुछ लोगों द्वारा इस तरह की वसूली लोगों को अखर रही है।
नाम न छापने की शर्त पर यहाँ दुकान लगाने वाले कुछ बेरोजगारों ने बताया कि यहां दुकान लगाने वाले ज़्यादातर गरीब और बेरोजगार हैं और 10 दिन की इस बाजार से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं। इसलिए पुलिस से शिकायत करके समय बर्बाद करने के बजाए वसूली टैक्स देना ज़्यादा अच्छा समझते हैं, जिसका फायदा यहां दबंग किस्म के लोग उठाते हैं और ज़बरदस्ती मनमानी रकम वसूल करते हैं ।
सूत्रों के अनुसार वसूली करने वाले लोगों में स्थाई दुकानों के वो मालिक शामिल हैं, जिनकी दुकानों के सामने फुटपाथ पर दुकान लगी है साथ ही शाहमारूफ़ स्थित एक वक़्फ़ के मोतवल्ली का नाम बताया जा रहा है।
रिपोर्ट - मनव्वर रिज़वी