डेस्क... लंब अरसे के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बिहार आगमन हुआ। बिहार में दो दिवसीय दौरे के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बिहार और झारखंड के पदाधिकारियों के साथ जोनल बैठक की। इस बैठक में स्वयंसेवकों की ओर से कोरोना वायरस के दौरान अपनी गतिविधि को किस तरह से अंजाम दिया, उस पर विस्तार से चर्चा की। शनिवार को आरएसएस प्रमुख बैठक में मौेजद रहे 40 से अधिक पदाधिकारियों को आगे की रणनीति बताई एवं उन पर कैसे काम करना है इसके दिशा निर्देश दिए।
प्रांत प्रचार प्रमुख (दक्षिण बिहार) राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि बिहार और पड़ोसी राज्य झारखंड के स्वयंसेवकों के साथ बैठक में इस बात पर ज्यादा चर्चा की गई कोविड-19 महामारी के दौरान संघ ने अपनी नियमित गतिविधियों को किस तरह से अंजाम दिया। भागवत यहां शुरू हुई अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल (एबीकेएम) की क्षेत्र स्तर की दो दिवसीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। यह बैठक पटना शहर में मिर्चा-मिर्ची रोड पर स्थित केशव सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित की जा रही है।
बैठक का समापन रविवार को होगा। उन्होंने कहा, ‘‘सरसंघचालक की अध्यक्षता में हुई आज की बैठक में तीन मुद्दे एजेंडे पर थे। इसमें देशभर में कोरोना वायरस महामारी के दौरान स्वयंसेवकों द्वारा प्रदान की गई सेवाओं पर चर्चा की गई। इसके अलावा इस बात पर भी विचार-विमर्श हुआ कि कोविड-19 महामारी के दौरान समाज ने किस तरह से अपना योगदान दिया और स्वयंसेवकों की प्रतिक्रिया क्या थी और उनके (स्वयंसेवकों) प्रति समाज की प्रतिक्रिया क्या थी।