बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

रुपया पहुंचा सबसे निचले स्तर पर, रुपए की कीमत में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट से आम लोगों का जीना होगा मुहाल

रुपया पहुंचा सबसे निचले स्तर पर, रुपए की कीमत में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट से आम लोगों का जीना होगा मुहाल

DESK. डॉलर के मुकाबले रुपया सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है. रुपए की कीमतों में गिरावट का दौर लगातार बना हुआ है. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 19 पैसे टूटकर 79.04 (अस्थायी) प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया है. डॉलर के मुकाबले रुपये का यह अब तक का सबसे निचला स्तर है. 

डॉलर के मुकाबले रुपये में बुधवार को पहली बार 79 रुपये के नीचे जा फिसला है. इंटरबैंक करेंसी एक्सचेंज मार्केट में रुपया डॉलर के मुकाबले 78.86 पर खुला था लेकिन फिर 79.04 के निचले स्तरों तक जा लुढ़का है. इस वर्ष रुपया 5.8 फीसदी से ज्यादा नीचे फिसल चुका है. आपको बता दें 23 फरवरी, 2022 को युद्ध शुरू होने से पहले रुपया डॉलर के मुकाबले 74.62 रुपये पर था. जानकारों का मानना है कि रुपये डॉलर के मुकाबले 80 रुपये के लेवल तक गिर सकता है.

रुपए के रसातल में जाने का यह सिलसिला पिछले कई महीनों से बदस्तूर जारी है. रुपये के कमजोर होने का सबसे बड़ा असर इंफ्लेशन पर पड़ता है क्योंकि भारत अपने कच्चे तेल का 80% से अधिक आयात करता है जो भारत का सबसे बड़ा आयात है. भारत उर्वरकों और खाद्य तेलों के लिए भी अन्य देशों पर बहुत अधिक निर्भर है. कमजोर रुपये जहां आयात को महंगा बनाता है वहीं इसके कुछ फायदे भी होते हैं. यह निर्यातकों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाता है. लेकिन कमजोर वैश्विक मांग और निरंतर अस्थिरता के दौर में निर्यातक रुपये में गिरावट से खुश नहीं हैं.

हालांकि रुपये की गिरावट से कुछ सेक्टर को जहां नुकसान है वहीं आईटी (IT), फार्मास्यूटिकल्स और टेक्सटाइल जैसे एक्पोर्ट (निर्यात) ओरिएंटेड सेक्टर के लिए रुपये की गिरावट फायदे का सौदा हो सकता है क्योंकि कमजोर रुपये से निर्यात बढ़ सकता है.


Suggested News