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सच्चिदानंद राय ने विप चुनाव के लिए दाखिल किया नामांकन, बोले- लड़ाई किसी से नहीं, भारी मतों से जीतेंगे

सच्चिदानंद राय ने विप चुनाव के लिए दाखिल किया नामांकन, बोले- लड़ाई किसी से नहीं, भारी मतों से जीतेंगे

छपरा. भाजपा के वरिष्ठ नेता इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने विधान परिषद के स्थानीय निकाय प्राधिकार चुनाव में भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मान में पिछले 6 सालों से गांव की गलियों में पंचायत प्रतिनिधियों की समस्याओं को सुनने और सम्मान के लिए कई कार्य किया हूं। एमएलसी के रूप में उनकी समस्याओं को सड़क से लेकर सदन तक उठाता आ रहा हूं। राज्य सरकार के कई ऐसे निर्णय हुए हैं, जो पंचायत प्रतिनिधियों के पक्ष में हैं। पंचायत प्रतिनिधियों को मजबूत करने के लिए कई योजनाओं पर काम चल रहा है। साथ ही कई योजनाएं अधूरी है, जिसके लिए मुझे विधान परिषद जाना जरूरी है।


उन्होंने कहा कि पिछले 6 माह से नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मान में और उनके समस्याओं और नई पंचायती राज व्यवस्था के अनुरूप पंचायत सरकार चलाने के विचार विमर्श के कारण मैं काफी व्यस्त रहा। इस दौरान मैं प्रदेश नेतृत्व का परिक्रमा नहीं कर पाया। इसके कारण मुझे टिकट से बेदखल किया गया है, लेकिन हमारे मन में आज भी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्व गुरु बनाने का सपना है। हालांकि यह चुनाव दलीय आधार पर नहीं होता है। इस चुनाव में पंचायत प्रतिनिधियों के वकील के रूप में सदन में उनकी आवाज बुलंद करनी होती है और ऐसे में मैं सारण जिले के पंचायत प्रतिनिधियों का बेहतर वकील के रूप में कार्य किया हूं। इस कारण टिकट कटने के बाद सैकड़ों की संख्या में आए पंचायत प्रतिनिधियों के दबाव पर मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।

उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव है मेरा राजनीति अनुभव कुछ भी नहीं था, लेकिन इस चुनाव में एक अनुभवी राजनेता की तरह मैं पंचायत प्रतिनिधियों के हक में बेहतर वकालत कर पाऊंगा और पंचायत प्रतिनिधियों की बेहतरी के लिए सदन में आवाज मजबूत करूंगा, यह भरोसा पंचायत प्रतिनिधियों को है। इसके कारण मेरी लड़ाई पंचायत प्रतिनिधि खुद लड़ रहे हैं। यह कोई आम चुनाव नहीं है, जो आम जनमानस वोट प्रभावित करेगा, बल्कि ऐसा चुनाव है जहां चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने प्रतिनिधि को चुनेंगे। तो निश्चित रूप से व्यक्तित्व के हिसाब से या पूर्व के काम करने और पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मान के हिसाब से पंचायत प्रतिनिधियों का बेहतर विकल्प मैं हूं। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को एकजुट होकर दलगत भावना से ऊपर उठकर खुद की बेहतरी के लिए वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में उनकी लड़ाई किसी से नहीं है, भारी मतों के अंतर से चुनाव जीतेंगे।


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