बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

गिरिराज सिंह के समर्थन में उतरे सच्चिदानंद राय, बोले- राज्य की स्थिति के लिए अधिकारी हैं जिम्मेवार, वे जनप्रतिनिधियों की नहीं सुनते

गिरिराज सिंह के समर्थन में उतरे सच्चिदानंद राय, बोले- राज्य की स्थिति के लिए अधिकारी हैं जिम्मेवार, वे जनप्रतिनिधियों की नहीं सुनते

PATNA: बीजेपी के एमएलसी सच्चिदानंद राय भी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के समर्थन में उतर गए हैं। सच्चिदानंद राय ने कहा कि गिरिराज सिंह ने ठीक ही कहा है कि पटना और बिहार की आज की स्थिति के लिए सरकार दोषी है। उन्होंने कहा कि सरकार का मतलब केंद्रीय मंत्री, राज्य सरकार के मंत्री और विधायक सांसद से नहीं है। इसके लिए राज्य के अधिकारी जिम्मेवार हैं। सच्चिदानंद राय ने कहा कि मैं भी हर समय एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के रुप में अपने को लाचार महसूस करता हूं। राज्य के अधिकारी किसी की नहीं सुनते, वे सिर्फ पैसा बनाने में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री को इसकी जिम्मेवारी लेनी पड़ेगी क्योंकि वे राज्य के सबसे शीर्ष पद पर बैठे हुए हैं। वे चाहें तो चुटकी बजाते ही इसको ठीक कर सकते हैं।

सच्चिदानंद राय ने कहा कि बिहार के अधिकारी चुने हुए जनप्रतिनिधियों को नहीं सुनते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी बेगूसराय के अधिकारियों को लेकर अपनी पीड़ा पहले भी व्यक्त की है। औरंगाबाद के सांसद सुशील सिंह ने भी कहा है कि अधिकारी उनकी नहीं सुनते हैं। सच्चिदानंद राय ने कहा कि उनकी भी पीड़ा यही है। बीजेपी के एमएलसी ने कहा कि अधिकारी मोटी सैलेरी लेते हैं लेकिन वे अपने कर्तव्य का निर्वहन ठीक से नहीं करते हैं। इसी कारण आज पटना और बिहार की आज ये स्थिति हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारी अगर अपना काम सही ढ़ंग से करते तो पटना आज एक नाला में तब्दील नहीं हो गई होती।

सच्चिदानंद राय ने कहा कि ये व्यवस्था अब बदलनी पड़ेगी। सोचना पड़ेगा कि आज पटना की स्थिति इतनी खराब कैसे हो गई कि पटना आज एक बड़े नाले में तब्दील हो चुका है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर आज राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ नेता इस पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनेता आपदा की स्थिति में कुछ नहीं कर सकता क्योंकि इसकी जानकारी इनको नहीं होती है। ये जिम्मेवारी अधिकारियों की होती है जिसके लिए उन्हें नियुक्त किया जाता है। 


Suggested News