SASARAM : खबर जिले के सदर अस्पताल से जुड़ी है। जहां इमरजेंसी कक्ष में एक बड़ी लापरवाही सामने आई। जहां बीते शुक्रवार को अचानक बिजली गुल हो गई। रोशनी की कोई दूसरे इंतजाम नहीं होने के कारणां चिकित्सक तथा स्वास्थ्य कर्मियों को मोबाइल की रोशनी में मरीजों को का इलाज करते हुए आए। यह मामला कोई एक दिन का नहीं है; आए दिन इस तरह के नजारे आपको देखने को मिल जाएंगे।
यह तस्वीरें बीते रात की है, जब वर्चस्व को लेकर हुए दो पक्षों में फायरिंग के दौरान 4 लोग को गोली लग गई एवं सभी घायलों का अस्पताल लाया गया। लेकिन अस्पताल में बिजली नहीं थी, ऐसे में इमरजेंसी सेवा ट्रामा सेंटर में डॉक्टर तथा स्वास्थ्य कर्मी मोबाइल टॉर्च की रोशनी में इलाज करते नजर आए। ट्रामा सेंटर में तैनात चिकित्सक ब्रजेश कुमार ने बताया कि इस तरह के हालात से आए दिन जूझना पड़ता है।
रोशनी के लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध
स्वास्थ विभाग ने सदर अस्पताल में तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई है। स्वचालित जनरेटर के अलावे निर्बाध विद्युत आपूर्ति के भी निर्देश दिए गए हैं। लेकिन बावजूद रखरखाव में लापरवाही के कारण आए दिन इस तरह की तस्वीरें सामने आती हैं। जो पूरे विभाग ही नहीं, प्रदेश को शर्मसार करती हैं। समझा जा सकता है कि मोबाइल टार्च की रोशनी में लोगों का इलाज किस तरह किया जा रहा होगा। वैसे तो सासाराम में बिजली की आंख मिचौली से आम लोग भी परेशान हैं।
लेकिन जिस तरह से सदर अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भी निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है, जो कहीं ना कहीं बड़ी लापरवाही हैं। जबकि विभाग तमाम तरह के उपस्कर एवं सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं। लाखों रुपए के जनरेटर तथा उसे संचालित करने के लिए कर्मियों को लगाया गया है। लेकिन फिर भी इस तरह की तस्वीरें हैरान करती हैं।