DESK : बिहार के पशुपालन मंत्री और वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का एक साल में ही भाजपा से मोहभंग हो गया है। उनका मानना है कि भाजपा को समर्थन देना एक भूल थी। उनकी पार्टी और निषाद समाज अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है।
निषाद समाज के लिए लंबे समय से आरक्षण की मांग कर रहे मुकेश सहनी यूपी चुनाव में आंबेडकरनगर जनपद के आलापुर विधानसभा क्षेत्र के जहांगीरगंज में चुनावी सभा में कहा कि वीआइपी ने हमेशा भाजपा को समर्थन दिया ताकि निषाद समाज के अच्छे दिन आ सकें, लेकिन भाजपा ने निषाद समाज को हमेशा ठगा है। भाजपा निषाद वोट से सत्ता पर काबिज हुई और अपने वादे भूल गई।
अब झांसे में नहीं आएगा समाज
सहनी ने कहा कि संविधान में निषाद समाज को जो आरक्षण दिया गया, उत्तर प्रदेश में उसे भी लागू नहीं किया गया। इस सरकार ने निषाद समाज को अंधेरे में धकेल दिया, पर इस चुनाव में निषाद समाज अ'छे दिन के प्रलोभन में नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि हर निषाद समाज के बेटे को सन आफ मल्लाह बनना होगा।
गौरतलब है कि बिहार में एनडीए सरकार का हिस्सा मुकेश सहनी की पार्टी यूपी में अकेले चुनाव लड़ रही है। उत्तर प्रदेश में विकासशील इनसान पार्टी (वीआइपी) 165 सीटों पर हाथ आजमा रही है। यह वह सीटें हैं जहां निषाद वोटरों की संख्या काफी अधिक है। यूपी चुनाव को लेकर पिछले कुछ समय से बिहार में वीआईपी और भाजपा के बीच दूरियां बढ़ गई है। एमएलसी चुनाव में वीआईपी ने टिकट की मांग की थी, लेकिन भाजपा ने इससे इनकार कर दिया था। वहीं सहनी ने इस बात की घोषणा की थी कि वह सभी 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।