बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

संघमित्रा मौर्य ने उठाए सवाल : एक बेटी का पिता पार्टी बदलता है तो पुत्री पर वार हो रहा था, आज एक बहू दूसरी पार्टी से आ रही है तो खुशी क्यों?

संघमित्रा मौर्य ने उठाए सवाल : एक बेटी का पिता पार्टी बदलता है तो पुत्री पर वार हो रहा था, आज एक बहू दूसरी पार्टी से आ रही है तो खुशी क्यों?

LUCKNOW : यूपी के विधानसभा चुनाव में सियासत के सारे दांव-पेच आजमाए जा रहे हैं. जहां सत्ता के लालच में विधायक पुरानी पार्टी को छोड़कर नए दल में जा रहे हैं। वहीं कुछ सियासत के लिए अपनों का साथ छोड़ रहे हैं। ऐसी ही एक घटना बीते बुधवार को हुई, जब सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने बीजेपी का दामन थाम लिया। अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने को लेकर कई तरह की बाते कही गई। इन सबके बीच बीते सप्ताह ही बीजेपी का दामन छोड़ कर अखिलेश यादव के साथ चुनाव लड़ने का फैसला कर चुके स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी व सांसद संघमित्रा मौर्य ने अपर्णा यादव के लिए ऐसी बात कही है, जिसकी खूब चर्चा हो रही है। संघमित्रा ने भाजपा का दामन थामने वाली अपर्णा यादव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चचेरी बहन बताया है।

बेटी से सवाल, बहू पर खुशी

फेसबुक पर अपने पोस्ट में संघमित्रा एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने अपर्णा यादव और खुद को लेकर कई बाते लिखी हैं। उन्होंने लिखा है कि ”संस्कार, शब्द अच्छा है लेकिन संस्कार है किसके अंदर? हफ्ते भर पहले एक बेटी का पिता पार्टी बदलता है तो पुत्री पर वार हो रहा था, आज वही एक बहू अपने चचेरे भाई (योगी जी) के साथ एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आती है तो स्वागत। क्या इसको भी वर्ग से जोड़ा जाना चाहिए कि बेटी (मौर्य) पिछड़े वर्ग की है और बहू (विष्ट) अगड़े वर्ग से हैं।” संघमित्रा ने सवाल किया है, ”क्या बहन-बेटी की भी जाति और धर्म होता है? अगड़ा भाजपा में आता है तो राष्ट्रवादी और वो वोट भाजपा को करेगा या नहीं, इस पर सवाल खड़ा करना तो दूर सोचा भी नहीं जाता, लेकिन पार्टी में रहने वाला राष्ट्रद्रोही, उसके वोट पर सवाल खड़े हो रहे ऐसा क्यों?”


मुझे सलाह न दें

पोस्ट की आखिरी लाइन में संघमित्रा मौर्य कहती हैं, ”कृपया सलाह न दे मैं कहां जाऊ और क्या करूं, मैं जहां हूं ठीक हूं।”

बता दें कि पिछले दिनों, योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद और भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वे समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस कदम के बाद संघमित्रा मौर्य के राजनीतिक भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगी थी। उन तमाम अटकलों को खारिज करते हुए संघमित्रा ने कहा कि वह भाजपा में ही रहेंगी। वहीं, संघमित्रा मौर्य के हालिया फेसबुक के बाद अटकलों का बाजार एक बार फिर गर्म हो गया है।


Suggested News