पटना. राजद सुप्रीमो लालू यादव को लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रियंका गांधी पर हमला बोला है। इस दौरान जायसवाल ने कहा कि प्रियंका वाड्रा की लालू यादव से हमदर्दी बेजा नहीं है। दरअसल महागठबंधन बना ही इसलिए था कि कांग्रेस लालू यादव के घोटालों पर पर्दा डालेगी और राजद कांग्रेस के घोटालों पर, लेकिन इनके दुर्भाग्य से जनता ने इन सभी घोटाले बाजों के भविष्य पर ही पर्दा डाल दिया है।
उन्होंने कहा कि लालू जी की हालत पर दहाड़ें मार कर रो रही प्रियंका वाड्रा शायद भूल गयी हैं। जब लालू जी पहली बार जेल गये थे, उस समय केंद्र व राज्य दोनों जगह कांग्रेस समर्थित सरकारें थी। जाहिर है कि इनका मंसूबा लालू जी को ब्लैकमेल कर अपने काबू में रखना था। लेकिन भाजपा की सक्रियता, न्यायपालिका की तत्परता और बाद में जनता की जागरूकता ने इनके खेल को चौपट कर दिया और आज लालू यादव व कांग्रेस दोनों ही अपनी करनी का फल भोग रहे हैं। प्रियंका वाड्रा यह जान लें कि उनके मगरमच्छी आंसुओं से राजद-कांग्रेस के पाप धुलने वाले नहीं हैं।
जायसवाल ने कहा कि याद करें तो चंद दिनों पहले यही प्रियंका वाड्रा पंजाब के सीएम चन्नी द्वारा बिहारियों को दी गयी गाली पर हंस-हंस कर ताली बजा रही थी। इससे उनके मन में बिहारियों के प्रति छिपी नफरत का स्वत: पता चल जाता है। वह जानती हैं कि गाली कांड के बाद उन्हें पंजाब में रहने वाले किसी भी सच्चे बिहारी का वोट नहीं मिलने वाला है। इसीलिए लालू जी से सहानुभूति दिखा कर वह उन बचे-खुचे बिहारियों को बरगलाना चाहती हैं, जो अभी तक लालू जी के झांसे में फंसे हुए हैं। प्रियंका जी यह जान लें कि बिहार की जनता कांग्रेसियों की तरह नहीं है, जो अपमान सह कर भी आनंदित होते हैं। बिहारी गरीब जरुर होते हैं, लेकिन स्वाभिमान से समझौता नहीं करते हैं।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि लोग अच्छे से जानते हैं कि राजद-कांग्रेस दोनों ही कोई राजनीतिक दल नहीं, बल्कि इसके आवरण में छिपे खास परिवारों की पॉकेट पार्टी है। दोनों पार्टियों का केवल एक ही लक्ष्य है कि इनके ख़ास परिवारों का कब्जा सत्ता पर बना रहे रहे और उनके पास पैसे और पॉवर की आमद हमेशा होती रहे। दोनों के गठबन्धन की बुनियाद भी मिल बैठ कर खाना ही है। इसके अलावा इनमें आपसी विश्वास कितना है यह बिहार में राजद के हाथों कांग्रेस के रोजाना होने वाले अपमान को देख कर स्वत: पता चल जाता है। लालू जी के लिए प्रियंका वाड्रा द्वारा बहाए जा रहे आसुंओं पर जब राजद को ही भरोसा नहीं होगा तब जनता क्या ख़ाक करेगी।