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बीजेपी अध्यक्ष ने नीतीश सरकार को आइना क्या दिखाया कि निकल गया गिरफ्तारी का आदेश, पार्टी कार्यकर्ता पूछ रहे-ये रिश्ता क्या कहलाता है?

बीजेपी अध्यक्ष ने नीतीश सरकार को आइना क्या दिखाया कि निकल गया गिरफ्तारी का आदेश, पार्टी कार्यकर्ता पूछ रहे-ये रिश्ता क्या कहलाता है?

पटना : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और  बेतिया के सांसद संजय जायसवाल के खिलाफ मोतिहारी पुलिस ने गिरफ्तारी और कुर्की जब्ती का आदेश दिया है. इस आदेश के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है। बीजेपी पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल खड़े कर रही है।बीजेपी अध्यक्ष के निकटवर्ती सूत्रों ने भी क्लीयर कर दिया है कि मोतिहारी पुलिस ने पीड़ित की ही गिरफ्तारी का आदेश दे दिया ।

बीजेपी के विधानपार्षद सच्चिदानंद राय ने कहा है कि बिना सरकार के आदेश के इस तरह का काम पुलिस नहीं कर सकती है।बीजेपी एमएलसी ने रिश्तों पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि यह रिश्ता क्या कहलाता है?


सच्चिदानंद राय ने अंदेशा जताया है कि संजय जायसवाल प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से ही सुर्खियों में रहे है. पटना में हुए जलजमाव के बाद उन्होंने जिस तरीके से सरकार को आईना दिखाया था उससे नीतीश सरकार पचा नहीं पा रही थी। हमारे अध्यक्ष के खिलाफ इस तरह का आदेश उसी का नतीजा माना जा रहा है. बीजेपी एमएलसी सच्चिदानंद राय ने कहा है कि ऐसा आदेश बगैर सरकार की शह के जारी नहीं हो सकता. सच्चिदानंद राय ने कहा कि ऐसी खबरों से पार्टी के कार्यकर्ताओं के मनोबल को धक्का लगता है और कार्यकर्ता गठबंधन के भीतर असमंजस महसूस करते हैं.साथ हीं उन्होंने यह भी पूछा कि कभी बीजेपी से जुड़े संगठनों को लेकर सरकार इतना भयभीत हो जाती है कि उसके खिलाफ खुफिया विभाग को लगाना पड़ता है।आरएसएस से जुड़े प्रमुख संगठनों से जुड़े लोगों की जन्म कुंडली खंगालने का आदेश दे दिया जाता है।और अब देखिए कि जिस बीजेपी अध्यक्ष पर जानलेवा हमला किया गया था उसी के खिलाफ पुलिस ने गिरफ्तारी का आदेश निकाल देती है।इस आदेश का आधार निश्चित तौर पर प्रदेश की सरकार है।

बड़ा सवाल यह है कि गठबंधन के रिश्ते की संवेदनशीलता ऐसे बरकरार रहेगी क्या.... गठबंधन के साथी को इतना जरूर बताना चाहिए कि बीजेपी की तरफ से रिश्ता निभाने में आज तक कोई कमी रही है क्या.....हमलोग तो साधारण कार्यकर्ता ठहरे,अध्यक्ष को इतना असुरक्षित देख असमंजस की स्थिति तो पैदा होना लाजमी है।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2019 में संजय जायसवाल पर घोड़ासहन मोतिहारी के घोड़ासहन थाने में लोगों को भड़काने और मारपीट के आरोपों के तहत  FIR दर्ज कराया गया था.मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने जांच का जिम्मा ASP शैशव यादव को सौंपा गया था. जांच के दौरान ASP शैशव यादव ने मामला सही पाया, जिसके बाद संजय जायसवाल सहित नौ लोगों को गिरफ्तार करने और कुर्की जब्ती करने का आदेश दिया गया है.

विवेकानंद की रिपोर्ट

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