PATNA : राजधानी की सड़कों पर डीजल ऑटो को प्रतिबंधित करने के मामले में बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने सरकार से तुगलकी बर्ताव नहीं करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पहले तो सीएनजी किट उपलब्ध नहीं है, फिर भी 31 जनवरी की रात से डीजल ऑटो परिचालन पर प्रतिबंध लगाना सरकार की तुगलकी मानसिकता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार को डीजल ऑटो चालकों के जीवन यापन के विषय में भी सोचना चाहिए। ऐसे अचानक बगैर किसी ठोस व्यवस्था के प्रतिबंध लगा देने से पटना वासियों और डीजल ऑटो चालकों की मुश्किल बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि बिना सीएनजी किट की उचित व्यवस्था किए प्रतिबंध लगाने से पहले से लॉकडाउन की मार झेल रहे तमाम ऑटो चालकों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा होगा और किराया बढ़ने से जनता को भी परेशानी होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार इस बात को स्वीकार कर रही है कि जरूरत के अनुपात में सीएनजी किट उपलब्ध नहीं है। ऐसे में 31 जनवरी के रात से पटना नगर निगम तथा 31 मार्च से दानापुर,खगौल तथा फुलवारी नगर परिषद क्षेत्र में डीजल ऑटो के परिचालन पर प्रतिबंध लगाने की बात करना पूरी तरह से न्याय संगत प्रतीत नहीं होती है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को पहले डीजल ऑटो चालकों के लिए बड़े पैमाने पर किट की उपलब्धता की व्यवस्था करनी चाहिए। उसके बाद ही प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता राठौड़ ने कहा कि सरकार अगर तुगलकी फरमान सुनाती है तो उसका हश्र नोटबंदी तथा लॉकडाउन जैसा होगा।
पटना से कुमार गौतम की रिपोर्ट