PATNA : स्कूली छात्रा के यौन शोषण मामले में कोर्ट ने पीड़िता के भ्रूण का डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया था लेकिन पटना चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल प्रशासन की ओर से इस मामले में लापरवाही बरती जा रही है। महिला थाना प्रभारी पीड़िता को लेकर 4 दिनों से पीएमसीएच का चक्कर लगा रही है किंतु अब तक पीड़िता के भ्रूण की डीएनए जांच नहीं हो पायी है। लिहाजा कोर्ट के एडीजे वन सह विशेष न्यायाधीश ने पीएमसीएच के प्रिंसिपल पर शो कॉज कर दिया और पूछा कि पिछले 4 दिनों से अब तक पीड़िता का सैंपल क्यों नहीं लिया गया ?
आरोपियों का भी होना है डीएनए टेस्ट
दुष्कर्म कर गर्भवती करने के मामले में स्कूल के संचालक सह प्राचार्य राज सिंघानिया और उसके स्टाफ अभिषेक का डीएनए टेस्ट भी कराया जायेगा। डीएनए टेस्ट होने के बाद दोनों आरोपितों को कोर्ट में किसी तरह का फायदा नहीं होगा।
क्या था मामला
बता दें कि राजधानी पटना के फुलवारी के न्यू सेंट्रल पब्लिक स्कूल में 5 वीं क्लास में पढ़ने वाली 11 साल की छात्रा के साथ विद्यालय के ही प्रिंसिपल और उसके सहयोगी ने मिलकर रेप किया। मामला तब खुला जब छात्रा के अंदर शारीरिक बदलाव आने लगा। दोनों आरोपी हैं जेल में
पीड़िता की मां ने गर्दनीबाग स्थित महिला थाना में मामला दर्ज कराते हुए विद्यालय के प्रिंसिपल राज सिंघानिया उर्फ अरविंद एवं अशोक कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया। महिला थाना ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को फुलवारीशरीफ स्थित विद्यालय कैम्पस से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दोनों आरोपियों के मोबाइल की जांच में छात्रा के साथ सेल्फी भी मिली है।