पाउडर वाला दूध पियेंगे स्कूली छात्र, मध्याह्न भोजन में सप्ताह में एक दिन कराया जाएगा उपलब्ध, शुरूआत में 44 प्रखंडों में होगा लागू

पाउडर वाला दूध पियेंगे स्कूली छात्र, मध्याह्न भोजन में सप्ता

PATNA : बिहार में गर्मी की छुट्टियां खत्म होने के बाद सभी स्कूल खुल गए हैं। इसके साथ ही स्कूलों में मिलनेवाले मध्याह्नन भोजन के खाने के मेनू में थोड़ा बदलाव किया गया है। अब स्कूलों में बच्चों को खाने में दूध भी दिया जाएगा। बताया गया कि आगामी 1 जुलाई से सरकारी विद्यालयों में प्रत्येक मंगलवार को मध्यान भोजन में बच्चों को दूध उपलब्ध कराया जाएगा  इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है।

100 और 150 एमएल दिए जाएंगे दूध

इस संबंध में मध्यान्ह भोजन योजना निदेशक बिहार मिथिलेश मिश्रा ने निर्देश जारी किया है. उन्होंने कहा है कि कक्षा 1 से 5 के बच्चों के लिए 100 एमएल दूध और कक्षा 6 से 8 के लिए 150 एमएल दूध दिया जाएगा. वहीं 100 मिलीलीटर दूध तैयार करने के लिए 12 ग्राम दूध का पाउडर और 150 मिलीलीटर तरल दूध तैयार करने के लिए 18 ग्राम दूध के पाउडर का उपयोग किया जाएगा। इसी पाउडर के दूध को घोलकर उसे तरल बनाकर बच्चों को पिलाना है।

स्कूल में तैयार किया जाएगा दूध

 मध्यान भोजन योजना निदेशक ने स्पष्ट कहा है कि स्वयंसेवी संस्था द्वारा लाभान्वितों के आधार पर रसोई घर में उपलब्ध बर्तन में पानी गर्म कर निर्धारित मात्रा के अनुसार दूध का पाउडर मिलाकर तरल दूध तैयार किया जाएगा।

स्वंयसेवी संस्थाएं उठाएगी दूध का पूरा खर्च

 मध्यान भोजन योजना निदेशक ने कहा है कि बच्चों को हर हाल में तरल दूध ही दिया जाएगा. दूध की आपूर्ति पर होने वाला खर्च स्वयंसेवी संस्था के द्वारा किया जाएगा और इसके लिए अतिरिक्त राशि नहीं दी जाएगी। इसके अलावा संबंधित संस्था के द्वारा आपूर्ति के बाद विद्यालय में दूध को चेक कर उसकी गुणवत्ता पंजी पर भी दर्ज की जानी है. रजिस्टर्ड पर दर्ज दूध की गुणवत्ता को संस्था संधारित भी करेंगे