News4nation desk : अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस से करने वाले और 18 साल तक कांग्रेस के साथ रहने वाले ज्योतिरादित्य अब बीजेपी के है। ज्योतिरादित्य जल्द ही बीजेपी के राज्यसभा सांसद बनने वाले है और ऐसा भी हो सकता है कि वे मोदी कैबिनेट में भी नजर आए।
ज्योतिरादित्य के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। स्थिति यह है कि एमपी में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है। वहीं ऐसी भी संभावना नजर आ रही है कि एमपी में एकबार फिर बीजेपी की सरकार बन जाए।
इस पूरे घटनाक्रम के पीछे गुजरात की एक महिला का नाम सामने आ रहा है। जिसके चलते ही ज्योतिरादित्य कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए है और कांग्रेस का पूरा खेल बिगड़ गया है।
आइए आपको बताते है कि आखिर कौन है वह महिला....
ज्योतिरादित्य राव सिंधिया को बीजेपी में लाने को लेकर जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है शुभांगिनी देवी है।
बड़ौदा राजघराने की महारानी हैं शुभांगिनी देवी
शुभांगिनी देवी बड़ौदा राजपरिवार की महारानी है। शुभांगिनी का भी संबंध ग्वालियर से है। वे ग्वालियर के शाही जाधव परिवार से हैं।
ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया बड़ौदा के गायकवाड़ राजघराने से हैं। वहीं राजमाता शुभांगिनी ज्योतिरादित्य की पत्नी प्रियदर्शनी राजे की रिश्ते में बड़ी मां है। पत्नी की बड़ी मां होने के नाते सिंधिया और उनका एक-दूसरे के यहां आना-जाना बराबर रहता है।
बताया जा रहा है कि बीजेपी में सिंधिया की एंट्री की पटकथा उनके इसी ससुराल पक्ष की ओर से लिखी गई है। बड़ौदा की महारानी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अत्यधिक सम्मान करते हैं और उनसे उनके अच्छे ताल्लुक हैं।
कहा जा रहा है कि बड़ौदा राजपरिवार की महारानी राजमाता शुभांगिनी देवी गायकवाड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मध्यस्थता कराने में अहम भूमिका निभाई है।
शुभांगिनी देवी की बदौलत ही सिंधिया का कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने का फैसला संभव हो सका है।