बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

बिहार में खुलेंगे 15 साल पुराने वाहनों को नष्ट करने के लिए स्क्रैपिंग सेंटर, मिलेगा इतने लोगों को रोजगार

बिहार में खुलेंगे 15 साल पुराने वाहनों को नष्ट करने के लिए स्क्रैपिंग सेंटर, मिलेगा इतने लोगों को रोजगार

PATNA : बिहार की सड़कों पर गाड़ियों का लोड लगातार बढ़ता जा रहा है। इनमें कई ऐसी गाड़ियां भी हैं जो सड़क पर डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से चल रही है। अब ऐसी गाड़ियों को हटाने के लिए सरकार द्वारा प्रदेश के अलग अलग शहरों में स्क्रैपिंग सेंटर खोलने जा रही है। शुरुआती चरण में सरकार ने 18 सेंटरों को खोलने के लिए लाइसेंस जारी किया है। इनमें चार सेंटर पटना में और अन्य 14 सेंटर प्रदेश के दूसरे शहरों में स्थापित किए जाएंगे। 

बताया गया कि लंबे अरसे से गाड़ियों की स्क्रैपिंग के लिए मांग की जा रही थी। राजधानी के चार उद्योगपतियों को स्क्रैपिंग सेंटर खोलने का लाइसेंस मिलने के बाद उद्यमियों द्वारा उम्मीद जतायी जा रही है कि अगले छह से आठ महीने में सेंटर खोलने का काम धरातल पर उतर सकेगा। उनका कहना था कि वर्षों पुराने वाहनों को नियमित स्क्रैप करने में इससे मदद मिलेगी। 

वाहन मालिकों को मिलेगा पैसा, डिलीट होंगे नंबर

उद्यमियों के अनुसार 15 साल से पुरानी गाड़ियों की कीमत तय की जाएगी। जिसे स्क्रैप सेंटर द्वारा वाहन मालिक को दिया जाएगा। गाड़ी मालिक को एक स्क्रैप स्लिप भी दी जाएगी। जिसे परिवहन विभाग में देने के बाद स्क्रैप किए गए गाड़ियों का नंबर परिवहन डाटा से हटाया जा सकेगा।

दो सौ को मिलेगा रोजगार

स्क्रेपिंग यूनिट की स्थापना के बाद एक यूनिट में  दो सौ लोगों को रोजगार दिया जाएगा। स्क्रैप सेंटर स्थापना के लिए लगभग दो से तीन करोड़ रुपये की पूंजी लगानी होगी। फिलहाल, लाइसेंस प्राप्त कंपनियां सेंटर स्थापित करने के लिए जगह का चुनाव करने में लगी हैं।  उद्यमियों के अनुसार अभी तक स्क्रैप सेंटर को उद्योग का दर्जा प्राप्त नहीं हो सका है। इसके कारण बैंकों से कर्ज प्राप्त करने में परेशानी होगी।


Suggested News