FIROZABAD : जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में किस तरह से मरीजों को इलाज के नाम पर एक्सपायरी दवा दी जा रही है, डॉक्टरों द्वारा किस तरह का व्यवहार किया जाता है, इसका सामना खुद यहां की सदर एसडीएम कृति राज करना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने न सिर्फ अस्पताल की व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की, उसके साथ दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।
दरअसल, जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को मिल रही सुविधाओं और डॉक्टरों-कर्मियों का उनके साथ कैसा व्यवहार होता है, इसको लेकर मिल रही शिकायतों की सच्चाई जानने के लिए फिरोजबाद सदर एसडीएम खुद सामान्य महिला के वेश में दीदामई के प्राथमिक अस्पताल पहुंच गई। इस दौरान उन्होंने सिर पर घूंघट ओढ़ रखा था, उनका आधा चेहरा ढंका हुआ था, जिससे उन्हें कोई पहचान नहीं सके।
इस दौरान उन्होंने खुद काउंटर से पर्ची कटाया और घूंघट किए ही डॉक्टर के पास पहुंच गई। जहां सामान्य महिला समझ डॉक्टर के खराब व्यवहार को उन्होंने अपनी आंखों से देखा। इस दौरान जैसे ही वहां के कर्मियों को इस बात की जानकारी मिली कि सामान्य दिखनेवाली महिला क्षेत्र की सदर एसडीएम कृति राज हैं तो अस्पताल में हड़कंप मच गया।
मरीजों को दी जा रही एक्सपायर दवाएं
अस्पताल की जांच के दौरान एसडीएम ने मरीजों को मिलनेवाली दवा की जांच की, जिसमें 50 फीसदी दवाएं एक्सपायर मिली, जिसको लेकर उन्होंने अस्पताल के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। इसके अलावा अस्पताल के शौचालय में भी गंदगी पसरी हुई मिली। साथ ही अस्पताल में कई तरह की खामियां मिली, जिसको लेकर एसडीएम ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज मिलना चाहिए। ऐसे में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एसडीएम कृति राज ने साफ किया इस मामले दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।