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SDO ने कहा- डुमरांव में भूख से नहीं, बीमारी से हुई थी बच्चों की मौत, तेजस्वी के आरोप की निकली हवा

SDO  ने कहा- डुमरांव में भूख से नहीं, बीमारी  से हुई थी बच्चों की मौत, तेजस्वी के आरोप की निकली हवा

PATNA  :   डुमरांव के कोरनसराय में भूख से मौत की खबर पर अनुमंडल पदाधिकारी ने अपना पक्ष रखा है। उन्होंने दावा किया है कि दोनों बच्चों की मौत, बीमारी से हुई थी, भूख से मरने की खबर बेबुनियाद है। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि डुमरांव में दो बच्चों की भूख से मौत हुई है और इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेवार हैं।

भूख से नहीं, बीमारी से हुई दो बच्चों की मौत

डुमरांव के अनुमंडल पदाधिकारी ने एक पत्र के जरिये स्पष्ट किया है कि कोरनसराय में शिव कुमार मुसहर के बच्चे गोविंदा को तेज बुखार के बाद एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। इलाज के बाद 26 अगस्त 2018 को बच्चे की मौत हो गयी। इसके बाद गोविंदा की बहन एतवरिया कुमारी भी तेज बुखार की चपेट में आ गयी। इलाज के बाद 1 सितम्बर 2018 को एतवरिया कुमारी की भी मौत हो गयी। इस संबंध में बच्चों की मां घाना देवी ने भी बयान दिया था। डुमरांव के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने अपनी जांच में पाया है कि शिवकुमार मुसहर के शेष तीन बच्चे स्वस्थ हैं और उनमें कोई कुपोषित नहीं है। इस लिए इनके भूखे रहने की बात सत्य नहीं है।

 

पीड़ित परिवार को मिलता था अनाज

अनुमंडल पदाधिकारी का दावा है कि पीड़ित परिवार को जनवितरण के माध्यम से अनाज की आपूर्ति की जाती थी। डुमरांव के सीओ और प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी ने इस मामले की जांच में पाया है कि मृत बच्चों के पिता शिव कुमार मुसहर अंत्योदय कार्डधारी है। जनवितरण विक्रेता कौशल्या देवी के यहां से इन्हें हर महीने 21 किलो चावल और 14 किलो गेहूं दिया जाता था। जनवितरण विक्रेता की पंजी में भी इस बात का जिक्र है। इस आधार पर डुमरांव के अनुमंडल पदाधिकारी ने भूख से मौत की खबर को भ्रामक बताया है।

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