BHAGALPUR : एक तरफ जहां राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए कई कदम उठा रही हैं। साथ ही सरकार की ओर से कई योजनाएं भी चलाई जा रही है। जिससे बच्चों को इसका लाभ मिले और बच्चे तरक्की करें। लेकिन स्थिति ठीक इसके उल्टा है।
इसका ताज़ा उदाहरण भागलपुर के गोराडीह सतजोरी मध्य विद्यालय में देखने को मिला। जहाँ न तो विद्यालय का संचालन सही तरीके से हो रहा है ना ही मध्यान भोजन की क्वालिटी अच्छी है। और ना ही स्कूल में बच्चों की उपस्थिति देखी जाती है। मानो विद्यालय शिक्षकों के आराम करने का एक स्थान बन गया हो। स्कूल आना आराम करके छुट्टी के समय चले जाना। ऐसे कई विद्यालय है। जिनके शिक्षकों और प्रधानाध्यापक पर नकेल कसी जा रही है। इसको लेकर सरकार की ओर से चल रही योजनाओं की जांच करने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन गोराडीह प्रखंड पहुंचे।
यहां उन्होंने विभिन्न पंचायतों में जल जीवन हरियाली के तहत बन रहे अमृत सरोवर सहित विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी मध्य विद्यालय सतजोड़ी पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्यालय में कई अव्यवस्था पाई। जिलाधिकारी ने वहां की विधि व्यवस्था काफी लचर देखकर मध्यान भोजन की क्वालिटी भी देखा जो कि बद से बदतर थी। बच्चों की उपस्थिति भी बहुत कम थी।
स्कूल में साफ सफाई की भी व्यवस्था बद से बदतर थी। साथ ही साथ संचालन का तरीका बिल्कुल ही गलत था। इसको लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक का वेतन रोकने का शिक्षा विभाग को निर्देश दिया है।
भागलपुर से बालमुकुन्द की रिपोर्ट