न्यूज़ 4 नेशन डेस्क : भारत के अलग-अलग अस्पतालों में मरीजों के हंगामे और अस्पताल स्टाफ से मारपीट की घटना अक्सर सुनने को मिलती है. कई जगह पर डॉक्टरों के पिटाई के साथ ही साथ गोली मारने की भी खबर आई है. हाल ही में उत्तराखंड में मरीज की मौत के बाद परिवारवालों ने डॉक्टर को ही गोली मार दी, जिससे उनकी घटनास्थल पर मौत हो गई थी.
डॉक्टरों पर हमले की खबर ने इस प्रफेशन से जुड़े लोगों को डर से भर दिया है. जिसके बाद अब अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर खुद अपनी सुरक्षा के लिए इंतज़ाम कर रहे हैं. कहीं-कहीं तो ये खौफ इतना बढ़ चूका है कि डॉक्टर सेल्फ डिफेन्स की ट्रेनिंग ले रहे हैं. बता दें कि पहले भी मरीजों के परिवार के गुस्से से बचने के लिए डॉक्टरों कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं पर कोई रास्ता नहीं निकलता देख अब सेल्फ डिफेन्स की तरफ कदम बढ़ा दिया है.
मिड़िया रिपोर्ट्स के अनुसार कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों को सेल्फ डिफेंस के लिए त्वाइकांडो की ट्रेनिंग दी जा रही है. तो वहीं कई जगहों पर अब डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसी केस से बचने के लिए वे अब क्रिटिकल मरीजों को ऐडमिट करने से इनकार करने लगे हैं.