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सनसनीखेज खुलासा: पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट बनाने की फ़िराक में थी PFI, एनआइए का दावा

सनसनीखेज खुलासा: पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट बनाने की फ़िराक में थी PFI, एनआइए का दावा

पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब 12 जुलाई को पटना आए थे तब पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने उन्हें निशाना बनाने के लिए योजना बनाई थी. यह दावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने केरल से गिरफ्तार पीएफआई सदस्य शफीक पैठ से पूछताछ के बाद किया है. एनआईए ने इसी सप्ताह देश में 15 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान बिहार के पूर्णिया सहित देश के अलग अलग ठिकानों से कई पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था. इसी में केरल से शरीफ की गिरफ्तारी हुई थी, जिसने एनआईए और प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा किया था. 

इसमें दावा किया गया है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) ने पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट करने की योजना बनाई थी. पीएम मोदी एक दिवसीय पटना दौरे पर आए थे. वे विधानसभा के शताब्दी समारोह में शामिल हुए थे. उनके पटना से जाने के बाद पटना के फुलवारीशरीफ से कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं अब केरल से जो गिरफ्तारी हुई है उसमें पूछताछ में यह बात सामने आया कि पीएफआई ने 12 जुलाई को पीएम मोदी को निशाना बनाने की तैयारी की थी. इसके साथ ही यूपी में संवेदनशील जगहों और व्यक्तियों पर हमले शुरू करने के लिए आतंकवादी मॉड्यूल, घातक हथियारों और विस्फोटकों को जमा किया था.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना यात्रा के दौरान संगठन ने हमला करने के लिए एक ट्रेनिंग कैंप का आयोजन किया था. अहम बात ये है कि जुलाई में भी पटना से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई थी. उस वक्त उनसे बरामद दस्तावेजों में इंडिया 2047 नाम से पीएफआई की बुकलेट भी थी, जिसमें 2047 तक भारत को मुस्लिम देश बनाने का आंतकी ब्लूप्रिंट था. अब एनआईए ने दावे किए हैं वह और ज्यादा चौंकाने वाले हैं.  

गौरतलब है कि अक्टूबर 2013 में पटना के ही गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली में आतंकी हमला हुआ था. तब इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े जिहादी आतंकियों ने रैली में विस्फोट किया था. इस बीच जांच में यह भी पता चला है कि पीएफआई ने पिछले कुछ सालों में 120 करोड़ रुपये सिर्फ इसलिए जुटाए हैं कि वह दंगों और देशभर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सके. इस फंड में ज्यादातर हिस्सा कैश में है. ईडी के पास इसका पूरा डीटेल है. एनआईए ने गुरुवार को संगठन पर देशव्यापी छापेमारी के बाद चार पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसके दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी सहित कई एजेंसियों ने संगठन से जुड़े 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.

इस बीच, 15 राज्यों में कई स्थानों पर PFI पर बड़ी कार्रवाई के बाद, अखिल भारतीय बार एसोसिएशन (AIBA) ने शनिवार को केंद्र सरकार से बिना किसी देरी के PFI पर प्रतिबंध लगाने और PFI से संबंधित मामलों की विशेष रूप से सुनवाई के लिए विशेष अदालतें स्थापित करने का आग्रह किया है. 


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