पटनाः बिहार लोकसेवा आयोग में सेटिंग की चर्चा बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में है। नीतीश सरकार की भद्द पिटने के बाद आर्थिक अपराध इकाई जांच कर रही है। 8 मई 2022 को BPSC 67वीं PT परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट हुआ था। जांच में डीएसपी-सीओ से लेकर कॉलेज के प्रिंसिपल व अन्य शातिर गिरफ्तार हुए हैं। पूरे प्रकरण में बिहार लोक सेवा आयोग भी कटघरे में है। बीपीएससी 67वीं PT परीक्षा से करीब 2 महीने पहले मोटर यान निरीक्षक बहाली की परीक्षा हुई थी। बिहार लोक सेवा आयोग ने ही इस परीक्षा का आयोजन किया था। इस परीक्षा के रिजल्ट के बाद शक है कि यहां भी सेटिंग हुई है। कुल 222 परीक्षार्थी सफल घोषित हुए हैं। बताया जाता है कि इनमें से राजधानी के एक ही परीक्षा केंद्र से 41 में 24 परीक्षार्थी सफल हुए. असफल अभ्यर्थियों ने बीपीएससी अध्यक्ष से कंप्लेन भी किया। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला . इधर आयोग एमवीआई परीक्षा मे सफल अभ्यर्थियों का आनन-फानन में साक्षात्कार भी ले रहा। वहीं, इस संबंध में आयोग की तरफ से इस गंभीर आरोप के संबंध में कोई सफाई नहीं आई है।
एक कमरे में उपस्थित सभी 24 अभ्यर्थी हुए हैं सफल
बिहार लोक सेवा आयोग ने 11 जून को एमवीआई भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का रिजल्ट जारी किया था। इस परीक्षा में 222 उम्मीदवार सफल घोषित हुए थे।रिजल्ट में सफल उम्मीदारों का सीरियल से रॉल नंबर है। लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष से जो शिकायत की गई थी उसमें कहा गया था कि राजधानी के राजकीय कन्या उच्च विद्यालय शाष्त्रीनगर का सेंटर पूरी तरह से सेट था। इसी सेंटर के रूम नंबर-6 में 41 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। इनमें से 17 अनुपस्थित थे। उपस्थित सभी 24 परीक्षार्थी सफल घोषित हुए हैं। जो यह दर्शाता है कि शाष्त्रीनगर के राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के रूम नंबर में सेटिंग के तहत परीक्षा ली गई थी।
पेपर लीक कांड से ठीक पहले हुई थी परीक्षा
मोटर यान निरीक्षक परीक्षा के असफल परीक्षार्थियों ने बीपीएससी के अध्यक्ष से शिकायत की। लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद अब अभ्यर्थियों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। यह परीक्षा तब हुई थी जब पेपर लीक कांड नहीं हुआ था। इसी परीक्षा के बाद पीटी परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट हुआ,जिसके बीपीएससी की प्रतिष्ठा गिरी है। साथ ही परीक्षा में सेटिंग की पोल खुली है। हमने आयोग के परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार से इस आरोप के संबंध में बात करने की कोशिश की। लेकिन वे फोन पर उपलब्ध नहीं हो सके। इसके बाद हमने उन्हें व्हाट्सअप्प पर मैसेज कर इस संबंध में पक्ष जानने की कोशिश की। हमने पूछा कि क्या MVI के रिजल्ट में धांधली को लेकर शिकायत की गई है? शिकायत में कहा गया है कि पटना के शास्त्रीनगर राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के एक हॉल में उपस्थित सभी 24 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। इस संबंध में जो कंप्लेन आया था उसकी जांच हुई थी? अगर जांच हुई तो क्या रिजल्ट आया?
संयोग या प्रयोग?
बीपीएससी द्वारा सफल उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की गई है उसमें नीचे सफल उम्मीदवारों के रॉल नंबर सीरियल से हैं। जैसे- 603086,603087,603088,603089,603090,603092.इसके अलावे 603107, 603108,603109,603110,603111 है। इस रिजल्ट में जो अभ्यर्थी असफल हुए हैं वे शंका जता रहे हैं कि कहीं BPSC 67वीं PT परीक्षा की तरह इस परीक्षा में भी हाई लेवल की सेटिंग तो नहीं हुई थी? क्यों कि सफल अभ्यर्थियों का रॉल नंबर सीरियल से होना कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं। अभ्यर्थियों ने कहा कि इस बार बीपीएससी की पीटी परीक्षा में भोजपुर जिले में एक सेंटर पर सेटिंग बाजों के लिए अलग कमरे की व्यवस्था की गई थी। खुलासे के बाद वहां के प्रिंसिपल समेत अन्य लोग जेल की भी हवा खा रहे हैं। कहीं एमवीआई की परीक्षा में ऐसा तो नहीं हुआ था ?