पटना... 2016 में बिहार के अंदर शराबबंदी कानून लाया गया था, लेकिन कानून लगने के बाद भी शराब की बिक्री धड़ल्ले से हर क्षेत्र में हो रही है। पुलिस हो या आबकारी विभाग इस पर रोक लगाने में पूरी तरह से अब तक विफल ही रहा है। शराबबंदी कानून का मुद्दा अब चुनाव में भी गहराने लगा है। इस बीच चिराग पासवान ने भी कहा है कि शराबबंदी के नाम पर बिहारियों को तस्कर बनाया जा रहा है।
लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि बिहार की माताएं-बहनें अपनों को तस्कर बनते नहीं देखना चाहती हैं। बिहार के मुख्यमंत्री के संग सभी मंत्रियों को पता है कि बिहारी रोजगार के अभाव में शराब तस्करी के तरफ बढ़ रहा है, लेकिन सब के सब को मानों सांप सूंघ लिया है।
शराबबंदी के नाम पर बिहारीयों को तस्कर बनाया जा रहा है।बिहार कि माताएँ बहने अपनो को तस्कर बनते नहीं देखना चाहती।बिहार के मुख्यमंत्री के संग सभी मंत्रियों को पता है की बिहारी रोज़गार के अभाव में शराब तस्करी के तरफ बढ़ रहा है लेकिन सब के सब को मानो साँप सूँघ लिया है।#असम्भवनीतीश
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 24, 2020
बता दें कि शराबबंदी को लेकर कांग्रेस ने भी अपने घोषणापत्र में सवाल उठाए थे और कहा था कि अगर हमारी सरकार आएगी तो शराबबंदी कानून पर समीक्षा की जाएगी।