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शरद पवार ने छोड़ दी एनसीपी के अध्यक्ष पद की कुर्सी, राजनीति से दूरी बनाने को लेकर दिया बड़ा संकेत

शरद पवार ने छोड़ दी एनसीपी के अध्यक्ष पद की कुर्सी, राजनीति से दूरी बनाने को लेकर दिया बड़ा संकेत

DESK : कभी प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार ने पार्टी  के अध्यक्ष पद को छोड़ने की घोषणा की है। मुंबई में अपनी आत्मकथा 'Lok Majhe Sangaayi' के विमोचन के दौरान उन्होंने इस्तीफे का एलान किया। इस दौरान 82 वर्षीय पवार ने 'मुझे पता है कब रुकना है। मैंने एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति गठित की है, जो अगले अध्यक्ष के बारे में फैसला करेगी।' बता दें कि शरद पवार के साथ उनकी पत्नी प्रतिभा भी मौजूद थीं। जिस तरह की बातें उन्होंने की है, उसके बाद उनके राजनीति से संयास लेने की घोषणा की है।

शरद पवार ने कहा, कई साल तक मुझे राजनीति में पार्टी को लीड करने का मौका मिला है. इस उम्र में आकर ये पद नहीं रखना चाहता. मुझे लगता है कि और किसी को आगे आना चाहिए. पार्टी के नेताओं को ये फैसला करना होगा कि अब पार्टी का अध्यक्ष कौन होगा? शरद पवार आखिरी बार 2022 में ही चार साल के लिए अध्यक्ष चुने गए थे।

शरद पवार ने कहा, 1999 में एनसीपी के गठन के बाद से मुझे अध्यक्ष रहने का मौका मिला। आज इसे 24 साल हो गए हैं। पवार ने कहा, 1 मई, 1960 से शुरू हुई यह सार्वजनिक जीवन की यात्रा पिछले 63 सालों से बेरोकटोक जारी है।  इस दौरान मैंने महाराष्ट्र और देश में अलग अलग भूमिकाओं में सेवा की है।पवार ने कहा, मेरा राज्यसभा कार्यकाल तीन साल का बचा है। इस दौरान मैं कोई पद न लेते हुए महाराष्ट्र और देश से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करूंगा।

भावुक हुए एनसीपी कार्यकर्ता

शरद पवार के पार्टी अध्यक्ष पद के इस्तीफा देते ही पार्टी कार्यालय में मौजूद कार्यकर्ता हैरान रह गए। इस दौरान कार्यकर्ता उनके समर्थन में नारेबाजी करने लगे। पार्टी नेता शरद पवार से अपना फैसला वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस दौरान कुछ नेता शरद को मनाते नजर आए। कुछ पदाधिकारी तो भावुक भी हो गए।

बता दें कि एनसीपी में पिछले कुछ दिनों से कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है। शरद पवार के भतीजे अजीत पवार कई बार पार्टी में बगावती तेवर दिखा चुके हैं। वहीं बात शरद पवार की करें तो उन्होंने कुछ दिन पहले गौतम अडानी के खिलाफ जांच का विरोध किया था। 

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