N4N DESK: अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहा जाता है.हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा बड़ा ही उत्तम दिन माना जाता है. इस व्रत को करने से सभी मनोकामना पूरी होती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था. इसलिए धन प्राप्ति के लिए यह तिथि सबसे उत्तम मानी जाती है. इस दिन चन्द्रमा से अमृत की वर्षा होती है जो धन, प्रेम और सेहत तीनों देती है. इस साल यह 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा.
शरद पूर्णिमा का महत्व
शरद पूर्णिमा को 'कोजागर पूर्णिमा' और 'रास पूर्णिमा' के नाम से भी जाना जाता है. इस व्रत को 'कौमुदी व्रत' भी कहा जाता है. मान्यता है कि शरद पूर्णिमा का व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. कहा जाता है कि जो विवाहित स्त्रियां इसका व्रत करती हैं उन्हें संतान की प्राप्ति होती है. जो माताएं इस व्रत को रखती हैं उनके बच्चे दीर्घायु होते हैं. वहीं, अगर कुंवारी कन्याएं यह व्रत रखें तो उन्हें मनवांछित पति मिलता है.
शरद पूर्णिमा की तिथि और शुभ मुहूर्त
चंद्रोदय का समय:23 अक्टूबर 2018 की शाम 05 बजकर 20 मिनट
पूर्णिमा तिथि प्रारंभ:23 अक्टूबर 2018 की रात 10 बजकर 36 मिनट
पूर्णिमा तिथि समाप्त : 24 अक्टूबर की रात 10 बजकर 14 मिनट